कर्नाटक के पूर्व DGP ओमप्रकाश गुप्ता(70) की बेंगलुरु में उनके आवास पर चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। ओमप्रकाश पिछले कुछ वर्षों से परिवार के साथ बेंगलुरु में रह रहे थे। वे मूल रूप से पश्चिम चंपारण के बगहा के रहने वाले थे। मृतक के भाई इंजीनियर श्री प्रकाश गुप्ता और कांग्रेस नेता टिंकू वर्मा ने संयुक्त रूप से घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि ‘ओमप्रकाश गुप्ता की हत्या उनके घर में ही की गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।’ मिली जानकारी के अनुसार गंडक पार पिपरासी प्रखंड के परसौनी गांव के मूल निवासी ओमप्रकाश गुप्ता का बचपन दियरा क्षेत्र में बीता था। पिपरासी से उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। कड़ी मेहनत से भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुए। वे डीजीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके परिवार में पत्नी पल्लवी गुप्ता, बेटा कार्तिक और बेटी कृति हैं। उनके पिता शिवपूजन गुप्ता एलआईसी में प्रधान लिपिक थे। 1971 में गंडक नदी के कटाव के बाद परिवार बगहा के शास्त्री नगर में बस गया था। घटना पर पिपरासी, परसौनी और बगहा के स्थानीय लोगों और उनके पटीदार सुरेंद्र गुप्ता ने गहरा दुख जताया है।