कैथल में शुक्रवार रात को आए अंधड़ के कारण जिले में आगजनी की कई घटनाएं सामने आईं। जिले के दर्जनों गांवों में गेहूं की खड़ी फसल और तूड़ी बनाने के लिए खेतों में बचे फाने जलकर राख हो गए। इससे किसानों को लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। खेतों में आग लगने के कारण एक ओर जहां अनाज नष्ट हो गया, वहीं किसानों के पशुओं के लिए भी चारे का संकट पैदा हो गया है। अंधड़ के कारण फैली आग गौरतलब है कि शुक्रवार को रात करीब आठ बजे जिले में तेज अंधड़ आ गया। इस दौरान कैथल के गांव कैलरम, अटेला, तितरम, बदनारा, सिरसल, पोबाला, कौल व साथ लगते कुरुक्षेत्र के गांवों में भी दर्जनों एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल व फाने जल गए। हालांकि शुरू में किसानों ने अपने स्तर पर आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन अंधड़ होने के कारण आग पर काबू नहीं पाया जा सका। गांवों के लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को कॉल की और घटना की जानकारी दी। इस पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों की सहायता से आग पर काबू पाया। जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची, तब तक आग ने कई एकड़ में खड़ी फसल और फानों को अपनी चपेट में ले लिया था। बाद में बरसात के कारण रहा बचाव अंधड़ आने के कुछ समय बाद ही बरसात शुरू हो गई। इससे भी काफी बचाव हुआ। आग आगे बढ़ने से रुक गई। काफी देर तक लगातार बरसात होने के बाद खेतों में आग लगने की संभावनाएं कम हो पाई। देर रात तक किसान आग बुझाने में जुटे रहे और उसके बाद खेतों की रखवाली करते रहे। बरसात के बाद अपने घर वापस लौटे। टीमें पहुंची मौके पर फायर ब्रिगेड विभाग के कार्यालय इंचार्ज रामेश्वर ने बताया कि शुक्रवार देर रात को कई गांवों में आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। सूचना मिलते ही उनकी टीम गाड़ियों सहित मौके पर पहुंच गई थी। आग पर लोगों की सहायता से काबू पा लिया गया। दर्जनों एकड़ में खड़ी फसल और सैकड़ों एकड़ में फाने जले हैं। इससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।