चंडीगढ़ में भाजपा प्रदेश प्रधान द्वारा लोगों को अनपढ़ कहने पर अब विवाद खड़ा हो गया है। चंडीगढ़ में 86 फीसदी आबादी साक्षर हैं, कांग्रेस इस मुद्दे पर पुतले फूंक रही है, जगह-जगह मीटिंग कर रही है। शहर की कॉलोनियों में BJP प्रदेश अध्यक्ष रजिंदरपाल मलहोत्रा के बयान को लोगों को सुनवाया जा रहा है। कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर उनसे माफी मांगने को कह रहे हैं। दरअसल विवाद शहर की 18 रिहैबिलिटेशन कॉलोनियों की किरायेदारी और मलकियत को लेकर शुरू हुआ था। कांग्रेसी चंडीगढ़ एस्टेट ऑफिस द्वारा एस्टेट सेक्रेटरी को लिखे लेटर का मुद्दा उठाया। जिस पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका खंडन किया। इसमें उन्होंने कहा था- कालोनियों में रहने वाले लोग कम पढ़े लिखे, अनपढ़ हैं। जो उनके बहकावे में आ जाते हैं। इसके बाद से ही कांग्रेसी शहर में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। 2 पॉइंट में पढ़िए क्या है फ्लैट्स विवाद… अब पढ़िए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर रार क्यों… यूटी एस्टेट ऑफिस लेगा फैसला
शहर में ऐसी 18 कालोनियों में 13500 घर हैं, जिसके लिए योजना बनाई जा रही है। इसमें से बहुत से लोग भवन निर्माण करने वाले मजदूर, या इसके बाद शहर में आकर छोटे मोटे काम करने वाले लोग हैं। जिन्हें स्लम कालोनियों से हटाकर दोबारा से बसाया गया था। अब वह इसके मालिकाना हक की मांग कर रहे हैं। जिस पर यूटी एस्टेट कार्यालय और हाउसिंग बोर्ड कार्यालय की तरफ से फैसला लिया जाना है।