हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध माता चिंतपूर्णी मंदिर में ईसाई धर्म की किताबें मिलने से विवाद खड़ा हो गया है। यह मामला तब सामने आया जब एक श्रद्धालु ने मंदिर की अलमारी में धार्मिक साहित्य की जगह ईसाई धर्म की पुस्तकें देखीं। उन्होंने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। पंजाब से आए श्रद्धालु ने बताया कि मंदिर की अलमारियों में हनुमान चालीसा या माता चिंतपूर्णी चालीसा की जगह ईसाई धर्म की किताबें रखी गई थीं। उन्होंने इसे धार्मिक स्थल की पवित्रता से खिलवाड़ बताया। भाजपा के देव समाज प्रकोष्ठ के प्रदेश सह-संयोजक अभिषेक पाधा ने सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी मंदिर में एलईडी स्क्रीन पर ईसाई धर्म के चित्र दिखाए गए थे। इस मामले की जांच रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है। पाधा ने कहा कि माता चिंतपूर्णी मंदिर पूरे देश में हिमाचल की पहचान है। यहां ईसाई मिशनरी की गतिविधियां चिंता का विषय हैं। बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। पाधा ने कहा, “जब हम माता चिंतपूर्णी के चरणों में सिर झुकाते हैं, तो यह भावना होती है कि हमारी आस्था सुरक्षित है। क्या अब मां के दरबार में चर्च की नींव रखने की तैयारी हो रही है?”