पंजाब के विधानसभा हलका धुरी से पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी ने एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में वापसी कर ली है। यह “घर वापसी” शनिवार को दिल्ली में पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की मौजूदगी में हुई। सभी विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के निवास पर मौजूद थे। कांग्रेस में शामिल होते ही गोल्डी ने पार्टी नेतृत्व के प्रति आस्था और निष्ठा जताते हुए कहा कि वह कांग्रेस की विचारधारा और पंजाब के विकास के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। दलवीर सिंह गोल्डी की वापसी ऐसे समय में हुई है जब पंजाब कांग्रेस आगामी उप-चुनावों के लिए रणनीतिक तैयारियों में जुटी है। ऐसे में उनकी वापसी को कांग्रेस के लिए न सिर्फ राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बल्कि सांकेतिक रूप से भी सशक्त कदम माना जा रहा है। आप से असंतुष्ट होकर की वापसी दलवीर सिंह गोल्डी ने करीब 11 महीने पहले मई 2024 में कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया था। वे संगरूर लोकसभा सीट से खैहरा को टिकट देने से नाराज थे। तब चंडीगढ़ में सीएम मान ने उनको आप जॉइन कराई थी। हालांकि आप में शामिल होने के बाद भी उन्हें अपेक्षित राजनीतिक स्थान नहीं मिला। पार्टी के अंदर अनदेखी, स्थानीय नेतृत्व के साथ मतभेद और समर्थकों की उपेक्षा के चलते वे खुद को असहज महसूस कर रहे थे। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी में सक्रिय राजनीतिक भूमिका ना मिलने के कारण उन्होंने फिर से कांग्रेस में लौटने का फैसला लिया। कांग्रेस नेतृत्व ने भी उनके अनुभव और क्षेत्र में पकड़ को देखते हुए उन्हें दोबारा अपनाया। धुरी से विधायक रह चुके हैं गोल्डी दलवीर सिंह गोल्डी वर्ष 2017 में कांग्रेस के टिकट पर धुरी विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने थे। उस समय उन्होंने अकाली दल और अन्य दलों को कड़ी टक्कर देते हुए बड़ी जीत हासिल की थी। 2022 विधानसभा चुनावो में वह सीएम भगवंत मान के सामने चुनावी मैदान में उतरे। जिसके बाद उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2024 में भी लोकसभा चुनावों के दौरान उन्हें टिकट नहीं दिया गया। जिसके बाद वह धीरे-धीरे पार्टी से दूरी बनाने लगे थे। कांग्रेस के लिए बढ़ी ताकत गोल्डी की वापसी को कांग्रेस के लिए आगामी उप-चुनावों से पहले एक संगठनात्मक मजबूती के रूप में देखा जा रहा है, खासकर संगरूर और मालवा बेल्ट में जहां पार्टी को हाल के वर्षों में गिरावट का सामना करना पड़ा है। अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि कांग्रेस के पुराने नेताओं और जमीनी कार्यकर्ताओं की पार्टी में वापसी से संगठन को मजबूती मिलेगी और एकजुट होकर आगे बढ़ा जा सकेगा। भूपेश बघेल ने भी इस मौके पर कहा कि कांग्रेस का दरवाजा उन सभी के लिए खुला है जो पार्टी की विचारधारा और जनता की सेवा को प्राथमिकता मानते हैं।