नारनौल में बेटी का धड़ लेकर मां कुएं में कूदी:चश्मदीद बोले- महिला ने चलती ट्रेन के आगे फेंकी थी बच्ची, ट्रैक पर कटे पैर मिले

हरियाणा में महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में 3 साल की बच्ची का धड़ और उसकी मां का शव कुएं से बरामद हुआ है। लोगों का कहना है कि बच्ची को उसकी मां ने पहले ट्रेन के आगे फेंक दिया था, जिससे उसके दोनों पैर कट गए। बाद में महिला उसे लेकर कुएं में कूद गई। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। दुर्घटना के 4 घंटे बाद महिला का शव कुएं से निकाल लिया गया, जबकि बच्ची का शव आज सुबह मिला है। हालांकि, बच्ची के पैर कल रात ही रेलवे ट्रैक पर मिल गए थे। दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि अभी बताना मुश्किल है कि यह हादसा है या सुसाइड। जबकि, परिजनों का कहना है कि महिला का किसी के साथ कोई झगड़ा नहीं हुआ था। उसके पति ने ही उसे बेटी के साथ मायके भेजा था। 3 बच्चों की मां थी महिला
मृतका की पहचान पूजा के रूप में हुई है। वह मूल रूप से पटीकरा गांव की रहने वाली थी। दुर्घटना के बारे में उसके भाई जोगेंद्र ने बताया कि बहन पूजा की शादी नांगल चौधरी के कारोता गांव के रहने वाले कृष्ण कुमार से हुई थी। शादी के बाद उसके 3 बच्चे हुए। उसमें एक बड़ा लड़का और 2 लड़कियां थी। भाई बोला- कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ
जोगेंद्र ने कहा कि बहन पूजा के साथ किसी का कोई झगड़ा नहीं हुआ था। कभी कुछ ऐसी बात भी नहीं हुई थी। जीजा कृष्ण ने खुद पूजा को ऑटो में बैठाकर गांव पटीकरा के लिए रवाना किया था। इसके बाद सूचना मिली कि किसी महिला ने कुएं में छलांग लगा दी है। जीजा ने फोन कर बहन के बारे में पूछा तो शक हुआ
मृतका के भाई ने बताया कि सूचना मिलने पर गांव के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए थे। वहीं पर जीजा कृष्ण कुमार का फोन आया। उन्होंने बताया कि उन्होंने पूजा को बेटी के साथ मायके के लिए भेजा है। उन्होंने पूजा के पहुंचने के बारे में पूछने के लिए फोन किया था। इस फोन के बाद शक हुआ कि कहीं कुएं में कूदने वाली महिला पूजा ही तो नहीं। बाद में जब शव बरामद हुआ तो वह पूजा का ही था। खेतों में काम कर रहे लोगों ने देखी वारदात
वहीं, वारदात स्थल के पास खेतों में काम कर रहे लोगों ने बताया है कि मंगलवार शाम करीब साढ़े 6 बजे एक महिला रेलवे ट्रैक के पास आई। इसके बाद वह वहां से कुछ लेकर भागी और पास ही मौजूद कुएं में कूद गई। सभी लोग कुछ दूरी पर थे, इसलिए उसे कोई रोक भी नहीं पाया। रेलवे ट्रैक पर मिले बच्ची के पैर
इसके बाद मौके पर लोग जमा हुए और मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर आकर जांच शुरू की। वहां सबसे पहले रेलवे ट्रैक पर जाकर देखा तो छोटी बच्ची के पैर कटे हुए पड़े थे। वहीं पर सैंडल भी पड़े थे। इन्हीं सैंडलों से परिजनों ने बच्ची की पहचान की। कुएं के बाहर महिला की चप्पल मिली
इसके बाद पुलिस पास ही मौजूद कुएं के पास पहुंची। वहां देखा कि कुएं के बाहर ही महिला की चप्पल पड़ी हुई थी। इसके बाद कुएं में खोज की तो करीब 4 घंटे बाद महिला का शव बरामद हुआ। हालांकि, बाद में भी तलाश जारी रही, क्योंकि बच्ची का शव मिला नहीं था। बोरिंग मशीन से निकाला शव
कुएं में महिला की तलाश के लिए बोरिंग मशीन मंगाई गई थी। GRP भी मौके पर पहुंची थी। उस बोरिंग मशीन की सहायता से ही महिला का शव बरामद किया। इसके बाद ट्रैक के आसपास और खेतों में बच्ची के शव की तलाश जारी रही। साथ ही बच्ची के शव की तलाश कुएं में भी की जा रही थी। इसके बाद दुर्घटना के साढ़े 16 घंटे बाद आज सुबह करीब 11 बजे बच्ची का शव बरामद हुआ। उसके पैर नहीं थे। उसके धड़ को रस्सी से बांधकर ऊपर खींचा गया। महिला के शव को पुलिस पहले ही पोस्टमॉर्टम के लिए भेज चुकी थी। बच्ची के शव को भी पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। चौकी इंचार्ज बोले- ट्रेन रुकवाकर भी जांच की
नारनौल GRP चौकी के इंचार्ज कैलाश चंद ने बताया है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह हादसा है या सुसाइड। ट्रेन रुकवाकर भी हमने बच्ची को ढूंढा था, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था। अब बच्ची का शव मिल गया है तो आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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