हरियाणा के अंबाला में धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक नवरंग राय सरोवर, जो अंबाला शहर की आत्मा कहा जाता है, अब भ्रष्टाचार की छाया में घिरता प्रतीत हो रहा है। ऐसा अंबाला शहर से कांग्रेस विधायक निर्मल सिंह का कहना है। बता दें कि अंबाला शहर से कांग्रेस विधायक निर्मल सिंह ने एक लिखित शिकायत हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को दी थी। जिसके बाद वहां से एक विशेष टीम ने बृहस्पतिवार को इस पवित्र स्थल और महावीर पार्क में चल रहे निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्यों की गहन जांच की। धार्मिक पृष्ठभूमि का सरोवर उन्होंने कहा कि नवरंग राय सरोवर केवल एक जलाशय नहीं, बल्कि हिन्दू धर्म का एक पवित्र तीर्थस्थल है। यहां भगवान श्री वामन अवतार की प्रतिष्ठा की जाती है, जिन्होंने राजा बलि से तीन पग भूमि मांगकर सम्पूर्ण त्रैलोक्य को माप लिया था। प्रतिवर्ष इस सरोवर में ठाकुर जी का भव्य हिंडोला उत्सव और नौकाविहार होता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु भाग लेकर मन्नतें मांगते हैं। सरोवर के चारों ओर प्राचीन मंदिरों की श्रृंखला इसकी धार्मिक गरिमा को और भी प्रगाढ़ करती है। पुनर्निर्माण का ऐतिहासिक विवरण एमएलए निर्मल सिंह ने बताया कि 19 दिसंबर 1980 को तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजनलाल ने इस पवित्र सरोवर के जीर्णोद्धार की आधारशिला रखी थी। यह निर्णय उस समय लिया गया जब स्वामी वितरण स्वामी ने यहां की गंदगी, मृत पक्षियों व अपवित्रता की दशा पर गहन चिंता जताई थी। उनकी प्रेरणा से अनेकों समाजसेवी संस्थाएं पंजाब, हरियाणा और हिमाचल से यहां आकर करसेवा में जुटीं। इस पुनीत कार्य में तब के विधायक चौधरी निर्मल सिंह ने भी भाग लिया। पत्रकारों, संपादकों व स्थानीय समाजसेवियों ने भी श्रमदान कर सरोवर को नवजीवन देने का प्रयास किया। शिकायत पर पहुंची टीम ने जांच की एमएलए निर्मल सिंह की शिकायत के आधार पर जांच टीम ने नवरंग राय सरोवर और महावीर पार्क में निरीक्षण किया, निर्माण सामग्री के नमूने लिए और नगर निगम से संबंधित दस्तावेज जब्त किए। ब्यूरो के अधिकारियों ने प्राथमिक जांच में कार्य की योजनानुसार अनुपालन में कमी पाई है। जांच जारी है और दोष सिद्ध होने पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।