अजय चौटाला बोले- परिवार एक होने का चैप्टर क्लोज:​​​​​​​ओपी चौटाला के कहने पर नैना की जगह दुष्यंत डिप्टी CM बने, अभय बताए- कहां है उसका जूता

JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल यानी इनेलो (INLD) में जाने का चैप्टर पिता ओपी चौटाला के निधन के साथ ही क्लोज हो गया है। एक होना तभी तक संभव था, अब ये संभव नहीं है। एक निजी मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी खुलासा किया कि 2019 में भाजपा की गठबंधन सरकार में नैना चौटाला को डिप्टी CM बनाया जा रहा था। तब ओपी चौटाला के कहने पर ही नैना की जगह बेटे दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम बनाया गया था। अजय चौटाला ने ये भी कहा कि हमने अपनी पार्टी के पोस्टर पर ओपी चौटाला की फोटो लगाई है। अभय चौटाला ने कहा था कि अगर ऐसा करेंगे तो मेरे पांव में जूता है। अजय चौटाला ने पूछा कि कहां है अब वह जूता। उन्होंने अभय चौटाला को नसीहत देते हुए कहा कि इसका खुद काे ही नुकसान होता है, फायदा नहीं। अजय चौटाला ने ये भी कहा कि अभय ने उन्हें ओपी चौटाला की रस्म पगड़ी में नहीं बुलाया। मुझे नहीं तो चौ. रणजीत सिंह (ओपी चौटाला के भाई) को बुला लेते। इस दौरान अजय चौटाला ने परिवार के एक होने से लेकर नई पार्टी बनाने की वजह तक की पूरी बात बताई। अजय चौटाला की कही अहम बातें… मुझे निकालने का ओपी चौटाला को पता तक नहीं था
अजय चौटाला ने कहा कि जिस वक्त मुझे इनेलो से निकाला गया तो मैं जेल में था। मैंने ओपी चौटाला से पूछा कि मुझे क्यों निष्कासित किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि किसने किया, मैंने तो नहीं किया। मैंने पूछा कि फिर किसने किया है। वह बोले कि मेरे तो नोटिस में नहीं है। उनसे तीसरे दिन मेरे निष्कासन पर साइन कराए गए। प्रदेश भी दुष्यंत को चाहता था, इनेलो 1 सीट पर आ गई
जिस गोहाना रैली के बाद अजय और दुष्यंत-दिग्विजय को इनेलो से निकाला गया, उस पर अजय चौटाला ने कहा कि दुष्यंत को सीएम बनाने के नारे के लिए लोगों को उकसाया गया था। हालांकि लोग भी चाहते थे कि ओपी चौटाला दुष्यंत को आगे करें। यह इच्छा लोगों ने 2019 के चुनाव में पूरी भी की। दुष्यंत ने नई पार्टी बना 10 सीटें जीतीं। इनेलो तो बिल्कुल 1 सीट पर सीमित हो गई। हमें अलग करने वाला पार्टी में नहीं
अजय चौटाला ने कहा- पार्टी को अलग करने वाले अनेक लोग हैं। इनमें अशोक अरोड़ा, उस वक्त पार्टी के अध्यक्ष थे। अब वह कांग्रेस में हैं। रामपाल माजरा तब सदस्य थे, अब अध्यक्ष हैं। एक और नेता अब नहीं हैं, ये सब पार्टी को तोड़ने वालों में शामिल थे। अजय चौटाला ने कहा कि हमारे वर्करों को तंग और प्रताड़ित किया जा रहा था। इस वजह से अलग पार्टी बनानी पड़ी। अभय चौटाला ने जयचंद की भूमिका निभाई
अजय चौटाला ने छोटे भाई अभय चौटाला को लेकर कहा कि अभय एक भाई ही नहीं, हमारी अच्छी दोस्ती रही है। अभय और मेरा काफी भाईचारा था। आज भी उसके साथ की फोटो घर में जगह-जगह लगी है। मेरे खून में न गद्दारी है तो न मैंने गद्दारी की, लेकिन अभय ने मेरे जेल में रहते हुए जरूर जयचंद की भूमिका निभाई। वो सबको पता है। मेरी तरफ से भाई के लिए हमेशा प्यार रहेगा।। कांग्रेस के साथ कभी नहीं जाएंगे
अजय चौटाला ने कहा कि BJP से हमारा चौ. देवीलाल के समय से सहयोग रहा। कभी बीजेपी छोटी पार्टी थी तो तब वे हमारे सहयोगी रहे तो कभी हम उनके सहयोगी रहे। चौ. ओपी चौटाला कांग्रेस में कभी जा ही नहीं सकते थे, क्योंकि हम तो कांग्रेस के विपक्ष में ही पैदा हुए। कांग्रेस ने चौ. देवीलाल के साथ जो भेदभाव किया, उसी वजह से कांग्रेस छोड़ी थी। अफसर सरकार चला रहे, CM का कंट्रोल नहीं
अजय चौटाला ने कहा कि आज प्रदेश में सरकार नहीं जंगल राज है। यह बात मैं नहीं, सभी कहते हैं। उनके मंत्री अनिल विज भी कह चुके हैं कि सीएम उड़न खटोले से नीचे उतरकर जनता की सुनें और राव इंद्रजीत भी ऐसा ही कह चुके हैं। उनको विधायकों या सांसद को कोई हैसियत ही नहीं, कोई पूछता ही नहीं है। मनोहर लाल की अलग सोच थी, उनका कंट्रोल भी था। आज के मुख्यमंत्री का कोई कंट्रोल नहीं। अब तो कंट्रोल ब्यूरोक्रेसी का है।

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