पंजाब के खडूर साहिब से खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह ने संसद के विंटर सेशन में शामिल होने के लिए पैरोल न देने के पंजाब सरकार के फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। आज इस याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। अमृतपाल सिंह की ओर से दाखिल याचिका में पंजाब सरकार, पंजाब पुलिस और केंद्र सरकार को पक्षकार बनाया गया है। उनके वकीलों का कहना है कि संसद में शामिल होना आवश्यक है, ताकि राज्य में हाल ही में आई बाढ़ और उससे जुड़ी अन्य समस्याओं पर वह चर्चा कर सकें। विंटर सेशन 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलने वाला है। अमृतपाल के पैरोल मामले में अब तक क्या-क्या हुआ.. 60 दिन की अनुपस्थिति का खतरा
नियमों के मुताबिक, यदि कोई सांसद लगातार 60 दिन तक सदन की किसी भी बैठक में बिना अनुमति अनुपस्थित रहता है, तो उसकी सांसद सदस्यता रद्द की जा सकती है। यही वजह है कि परिवार और कानूनी टीम ने इस मामले को अदालत में उठाया। लोकसभा की तरफ से भी इस मामले पर नजर रखने के लिए स्पेशल कमेटी बनाई गई है। कोर्ट की सुनवाई और अदालत में दायर अपील का परिणाम आने के बाद ही संसद में उनके हाजिरी की स्थिति स्पष्ट होगी। NSA के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद
अमृतपाल सिंह इस समय NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत डिब्रूगढ़ जेल, असम में बंद हैं। साल 2024 में उन्होंने जेल से चुनाव लड़ा और खडूर साहिब सीट से लगभग 2 लाख वोटों से जीतकर सांसद बने।