देश भर के चार दर्जन प्रमुख शहरों के रेलवे स्टेशनों की क्षमता को अगले पांच साल में दोगुना किया जाएगा। इसका आदेश जारी हो चुका है। संबंधित रेलवे जोन को प्लान साझा करने के लिए कहा गया है। इसका मकसद कि इन शहरों के मौजूदा स्टेशनों से ट्रेन संचालन क्षमता को दोगुना करना और स्टेशनों पर भीड़भाड़ को कम करना है। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि चंडीगढ़, अमृतसर, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जोधपुर, जयपुर, बड़ौदा, सूरत, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, दिल्ली सहित कुल 48 रेलवे स्टेशनों की क्षमता को अगले पांच साल में दोगुना किया जाएगा। इन स्टेशनों से ट्रेनों का संचालन भी दोगुना किया जाएगा। तीन स्तर पर होगा काम योजना तीन स्तर पर लागू होगी। पहली- जिन स्टेशनों पर तत्काल क्षमता बढ़ानी है। दूसरी- जहां अगले एक-दो साल में तो तीसरी- जहां पांच साल में क्षमता बढ़ानी है। उसका क्लियर कट प्लान संबंधित रेलवे जोन और मंडल को साझा करने के लिए कहा गया है। क्षमता बढ़ाने का मतलब है कि स्टेशनों को बड़ा करना, प्लेटफार्मों की संख्या बढ़ाना, पिट लाइन,स्टेबलिंग लाइन और शंटिंग लाइन को बढ़ाना। शहरों और आसपास के इलाके में नए टर्मिनल बनाना, ट्रेनों के मेंटिनेंस सुविधा जिसमें मेगा कोचिंग कॉम्पलेक्स बनाना,सिग्नलिंग अपग्रेडेशन करना आदि शामिल है।