अमृतसर के मशहूर स्नेक कैचर अशोक जोशी को एक कोबरा ने उस वक्त काट लिया जब वे फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित आशियाना एंकलेव से पकड़े गए सांप को जंगल में छोड़ने जा रहे थे। जैसे ही उन्होंने सांप को आज़ाद किया, कोबरा ने उनके हाथ पर डस लिया। घायल होने के बाद अशोक जोशी को तुरंत गुरु नानक देव अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां करीब आधे घंटे तक इलाज नहीं मिला। अस्पताल के स्टाफ ने समय पर उपचार देने से इनकार कर दिया, जिससे उनकी हालत बिगड़ने लगी। इस दौरान अशोक जोशी ने खुद की एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा की और मदद की अपील की। वीडियो में उन्होंने अस्पताल की लापरवाही को उजागर किया। वीडियो वायरल होते ही शहर के कई जागरूक नागरिकों और वीआईपी लोगों ने सोशल मीडिया पर आवाज़ उठाई। इसके बाद डॉक्टरों की टीम हरकत में आई और उन्हें उपचार मिल सका। घटना ने सरकारी अस्पतालों की संवेदनहीनता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सांसद औजला हालचाल जानने पहुंचे आज अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला खुद गुरु नानक देव अस्पताल पहुंचे और अशोक जोशी से मुलाकात की। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और अस्पताल प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए। सांसद औजला ने कहा- यह बेहद चौंकाने वाली बात है कि एक जिम्मेदार नागरिक, जो जान जोखिम में डालकर लोगों की सुरक्षा करता है, उसे समय पर इलाज नहीं मिला। अस्पताल स्टाफ की यह संवेदनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैंने इस पर सख्त चेतावनी जारी कर दी है। ऊपर से नीचे तक सुधार की आवश्यकता है। किसी भी नागरिक को सरकारी अस्पतालों में इस तरह की अमानवीयता का सामना नहीं करना चाहिए। सैकडों सांपों को सुरक्षित पहुंचा चुके जंगल में गौरतलब है कि अशोक जोशी अमृतसर क्षेत्र में स्नेक कैचर के रूप में जाने जाते हैं और अब तक सैकड़ों लोगों की जान सांपों से बचा चुके हैं। उनकी इस बहादुरी और सेवा भावना के बावजूद अस्पताल में उनके साथ हुई लापरवाही ने चिकित्सा तंत्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सांसद औजला ने मामले की पूरी जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है और स्वास्थ्य विभाग से तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने को कहा है।