आगरा धर्मांतरण केस में नया खुलासा:दिल्ली से रेस्क्यू हरियाणा की युवती का शाहीन बाग में हुआ था ब्रेन वॉश, शादीशुदा जुनैद ने जाल में फंसाया था

आगरा की दो बहनों के अवैध धर्मांतरण के मामले में पुलिस ने दिल्ली से गैंग के सरगना अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया। वहां से हरियाणा की एक दलित युवती को भी रेस्क्यू किया। युवती ने पूछताछ में कई राज खोले हैं। उसने बताया कि दिल्ली के शाहीन बाग के एक हॉस्टल में रखकर उसका ब्रेन वॉश कराया गया। गैंग के मास्टर माइंड अब्दुल रहमान ने अपने घर धर्मांतरण कराया। जुनैद से निकाह करा दिया। उसे कोलकाता भेजने की तैयारी थी। जुनैद से फेसबुक पर हुई थी दोस्ती दिल्ली में अब्दुल रहमान के घर से मुक्त युवती अब पुलिस की गवाह बन गई है। वह आरोपियों के खिलाफ खुलकर बोल रही है। कोर्ट में भी बयान देने को तैयार है। युवती ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2019 में उसकी दोस्ती दिल्ली के जुनैद से फेसबुक पर हुई थी। धीरे-धीरे वह उससे अपनी परेशानियां शेयर करने लगी। उसके पिता फैक्ट्री में काम करते हैं। घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा मजबूत नहीं है। जुनैद उससे मिलने की जिद करता था। वह मिलने नहीं जाती थी। शादी से 12 दिन पहले जुनैद के कहने पर घर छोड़ा नवंबर 2024 में उसकी शादी तय हो गई। 24 नवंबर की शादी थी। यह जानकारी उसने जुनैद को दी तो उसने उस पर दबाव बनाया। उससे कहा कि यह जन्म बर्बाद हो जाएगा। जुनैद की बातों में आकर उसने शादी से 12 दिन पहले घर छोड़ दिया। दिल्ली आ गई। जुनैद ने उसे शाहीन बाग के एक हॉस्टल में ठहराया। वहां उसका ब्रेन वॉश किया जाता था। जुनैद ही उसे अब्दुल रहमान के घर लेकर गया था। अब्दुल रहमान ने उसे समझाया। यह जानने का प्रयास करता था कि कितना ब्रेन वॉश हुआ है। उसका खर्चा जुनैद ही उठाता था। उसे घर की याद आती थी मगर जुनैद ने किसी भी तरह का संपर्क करने से रोक रखा रखा था। कहा था कि उसके लिए मुसीबत हो जाएगी। अप्रैल में उसका निकाह जुनैद से करा दिया गया। निकाह के बाद भी जुनैद ने अपने साथ नहीं रखा। अब्दुल रहमान ने कह दिया था कि अभी दोनों को दूर रहना है। उसे बड़ी जिम्मेदारी देने की बात करते थे। धर्मांतरण के बाद अब्दुल रहमान ने उसका नाम शिफा रख दिया था। जुनैद पहले से शादीशुदा है। एक बच्चे का पिता है। यह जानकारी उसे पहले से थी। अब्दुल रहमान ने बताया था कि उनके धर्म में सब जायज है। प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं होता है। हॉस्टल में और भी युवतियां
युवती चाहती है कि गैंग का एक-एक सदस्य सलाखों के पीछे हो। उसके साथ जो रहा था उसका उसे अहसास होता था तो उसे डरा दिया जाता था। उससे कहा जाता था कि कयामत आ जाएगी। सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। उसके घरवालों पर विपत्तियों को पहाड़ टूट पड़ेगा। युवती ने बताया उसे लंबे समय तक शाहीन बाग, दिल्ली के एक हॉस्टल में रखा गया था। उस हॉस्टल में और भी युवतियां हैं। किसी को किसी से बात करने की अनुमति नहीं रहती है। दिन भर उसके दिमाग में उसके धर्म के लिए जहर घोला जाता था। दूसरे समाज की युवतियां उसे घेरकर अपने धर्म की अच्छाइयां बताती थीं।
जुनैद की तलाश को टीम रवाना
दिल्ली निवासी जुनैद को पुलिस ने आरोपी बनाया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया है। पुलिस यह मानकर चल रही है कि जुनैद इसी गैंग का सदस्य है। फेसबुक पर युवतियों को फंसाकर धर्मांतरण कराता है। युवतियों से संबंध इसलिए नहीं बनाता ताकि दुराचार का आरोप नहीं लगे। युवतियां भी अपने आप को सुरक्षित महसूस करें। पुलिस यह मानकर चल रही है कि ऐसी युवतियों को हो न हो धर्म पर कुर्बान करने के लिए तैयार किया जाता था। ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें मुजाहिदा बनाकर कहीं भी भेजा सके। युवती का शरीरिक शोषण नहीं करते थे ताकि उन्हें लगे कि वे सुरक्षित हैं। सिर्फ उन्हीं युवतियों का शरीरिक शोषण किया जाता था जो धर्मांतरण के लिए तैयार नहीं होती थीं।
पिता बोले आगरा पुलिस का शुक्रिया
युवती के पिता सोमवार की रात ही रोहतक (हरियाणा) से आगरा आ गए थे। बेटी को देखकर उनकी आंखों में आंसू आ गए। बेटी भी पिता को देखकर फूट-फूटकर रोने लगी। पिता ने बताया कि बड़े ही शातिराना अंदाज में वारदात को अंजाम दिया गया था। बेटी ने घर छोड़ने से पहले अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था। जुनैद से जो भी बाचतीत होती थी वह व्हाट्स एप कॉल पर किया करती थी। आरोपित जुनैद शातिर है। बातचीत के लिए एप डाउनलोड कराया करता था। यह जानकारी अब बेटी से मिली है। हरियाणा पुलिस अभी तक उनकी बेटी का कोई सुराग नहीं लगा पाई थी। बेटी की तलाश के लिए पूरा परिवार दर-दर भटक रहा था। यकीन था कि एक दिन बेटी जरूर मिलेगी। आगरा पुलिस ने उनके परिवार की खुशियां लौटाई हैं। उनकी बेटी ही नहीं उनका पूरा परिवार आरोपियों के खिलाफ बयान देने के लिए तैयार है।

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