पटना समेत राज्यभर में इस बार पिछले साल के मुकाबले गर्मी कम पड़ी। इस कारण पिछले साल के मुकाबले बिजली खपत भी कम हुई है । पटना शहर में 30 मई 2024 को 863 मेगावाट बिजली की खपत हुई थी। 15 मई 2025 को 811 मेगावाट खपत हुई। इसके बावजूद लोग मई महीने में ट्रिपिंग, फ्लक्चुएशन से परेशान रहे। अब आंधी-बारिश से परेशानी बढ़ी हुई है। बारिश होने के साथ ही फ्यूज कॉल की शिकायतें बढ़ जाती हैं। इसका निष्पादन 30 मिनट में करना चुनौती है। बीते दिनों ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल ने पटना शहर में फ्यूज कॉल की शिकायतों समेत अन्य समस्याओं को दूर कर 30 मिनट में बिजली सप्लाई चालू करने का टास्क दिया। पेसू के इंजीनियरों के मुताबिक सामान्य दिनों में तकनीकी गड़बड़ी को दूर करना संभव है। लेकिन, आंधी-बारिश के दौरान फ्यूज कॉल की शिकायतें बढ़ जाती हैं। साथ ही 11 केवी फीडर, एलटी लाइन में बैनर आदि फंसने, पेड की टहनी सटने से बिजली सप्लाई बाधित होती है। इसकी पेट्रोलिंग कराकर दुरुस्त करने के साथ फ्यूज कॉल की शिकायतों को दूर करने में समय अधिक लग रहा है। मौसम बदलने से खपत घटी इंजीनियरों के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले पेसू क्षेत्र में 50 हजार से अधिक बिजली कनेक्शन बढ़े हैं। अभी बिजली उपभोक्ताओं की संख्या करीब 7.50 लाख है। साथ ही उपभोक्ताओं के परिसरों में बिजली उपकरणों की संख्या बढ़ी है। लेकिन तेज गर्मी पड़ने के साथ ही बारिश होने से बिजली खपत का नया रिकॉर्ड नहीं बन सका है। मौसम में बदलाव से पिछले साल के मुकाबले कम बिजली खपत हुई। पेसू क्षेत्र में बिजली खपत .2016 – 521 मेगावाट .2017 – 555 मेगावाट .2018 – 604 मेगावाट .2019 – 697 मेगावाट .2020 – 621 मेगावाट .2021 – 615 मेगावाट .2022 – 733 मेगावाट .2023 – 775 मेगावाट .2024 – 863 मेगावाट .2025 – 811 मेगावाट