नालंदा खुला विश्वविद्यालय में आगामी सप्ताह से स्नातकोत्तर पार्ट-2 और 3 की परीक्षाओं का दौर शुरू होने जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर व्यापक रणनीति तैयार की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवींद्र कुमार और कुलसचिव प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने परीक्षा संचालन को लेकर विचार-विमर्श किया। इस बैठक में परीक्षा की समस्त व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई और छात्र-छात्राओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया। कुलसचिव प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने कुलपति को अवगत कराया कि इस परीक्षा चक्र में कुल 1,045 छात्र-छात्राएं भाग लेंगे। इनमें से 11 जुलाई को 622 और 12 जुलाई को 423 छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं निर्धारित की गई हैं। परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम पहले दिन 11 जुलाई को MA-MSc पार्ट-2 और 3 के भूगोल और पर्यावरण विज्ञान, गृह विज्ञान और आपदा प्रबंधन, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जंतु विज्ञान, हिंदी और इतिहास, लोक प्रशासन, ग्रामीण विकास और एमसीए (मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन) की परीक्षा होगी। 12 जुलाई यानी दूसरे दिन अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान और समाजशास्त्र, शिक्षा और उर्दू, पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन, संस्कृत और वनस्पति विज्ञान, गणित-वाणिज्य और एमसीए पार्ट-3 की परीक्षा होगी। आवासीय सुविधा भी मिलेगी विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं के लिए उत्कृष्ट आवासीय व्यवस्था उपलब्ध है। छात्रावास में 140 छात्रों और 100 छात्राओं के लिए अलग-अलग सीटें निर्धारित की गई हैं। यह व्यवस्था दूरदराज से आने वाले अभ्यर्थियों के लिए विशेष रूप से सहायक है। परिसर में एक आधुनिक कैंटीन भी संचालित है, जो छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराती है। यह सुविधा परीक्षा के दौरान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। कुलपति ने स्टूडेंट्स को दी शुभकामनाएं नालंदा खुला विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान है। यहां की शिक्षा व्यवस्था उन छात्रों के लिए वरदान है जो नियमित कॉलेज नहीं जा सकते। विश्वविद्यालय प्रशासन का मुख्य उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को व्यापक स्तर पर पहुंचाना है। कुलपति प्रोफेसर रवींद्र कुमार ने इस अवसर पर कहा कि विश्वविद्यालय सभी छात्र-छात्राओं को बेहतर परीक्षा माहौल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ वे अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं।