औरंगाबाद में असामाजिक तत्वों ने उत्पाद विभाग की टीम पर मंगलवार रात हमला कर दिया। जिसमें उत्पाद विभाग के एसआई और वाहन चालक समेत 4 लोग जख्मी हो गए। नशे में धुत्त शराबियों को स्कॉर्पियो में बैठाकर टीम अपने साथ ले जा रही थी। किसी तरह इसकी भनक शराबियों के परिजनों और ग्रामीणों को लग गई। सूचना पर एक पिकअप वाहन सवार होकर पहुंचे व उत्पाद विभाग के स्कॉर्पियो में टक्कर मार दी। एसआई, चालक और अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की गई है। परिजन शराबियों को छुड़ाकर अपने साथ ले गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कॉर्पियो वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही कुटुंबा थाना के पुलिस और उत्पाद विभाग के अन्य पदाधिकारी व जवान घटनास्थल पर पहुंचे। घटना कुटुंबा थाना क्षेत्र के बिहार झारखंड बॉर्डर इलाके में संडा के पास स्थित धोबनी गांव के पास की है। जख्मी लोगों में उत्पाद विभाग के दारोगा कृषनंदन कुमार और चालक सुमंत कुमार समेत अन्य पुलिस कर्मी शामिल है। झारखंड से शराब पीकर लौट रहे थे 3 शराबी मारपीट में जख्मी हुए सभी पुलिसकर्मी टंडवा थाना क्षेत्र के पिछुलिया स्थित चेकपोस्ट पर ड्यूटी में लगे थे। वाहन जांच के क्रम में झारखंड से शराब पीकर लौट रहे तीन शराबियों को गिरफ्तार किया था। घायलों को इलाज के लिए कुटुंब्रेट का अस्पताल में गया गया। जहां डॉक्टरों ने एसआई कृष्णनंदन कुमार व चालक सुमंत की हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। कुटुंबा थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस की टीम वहां पहुंची थी। पुलिस के पहुंचते ही ग्रामीण फरार हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। फिलहाल, उत्पाद विभाग की टीम ने कोई आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने पर मामले में एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीण सूत्रों की मानें तो उत्पाद विभाग की ओर से शराबियों को पकड़े जाने के बाद छोड़ने की बात की जा रही थी। इसके एवज में उनके परिजनों से रुपए की मांग की गई थी। शराबियों के परिजनों ने को रुपए लेकर धोबनी के पास बुलाया गया था। जहां पहुंचे शराबियों के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर शराबियों को छुड़ा लिया। 2 महीने पहले भी उत्पाद विभाग की टीम पर हमला 2 महीने पहले भी टंडवा इलाके में बारातियों ने उत्पाद विभाग की टीम पर हमला कर दिया था। जिसमें एक दरोगा समेत चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। मारपीट में दरोगा विनोद कुमार यादव, सिपाही वरुण कुमार, सिपाही धर्मेंद्र और चालक सुमंत घायल हुए थे। उत्पाद विभाग की टीम की ओर से बारात जा रहे लोगों की गाड़ी रुकवा कर चेकिंग की जा रही थी। इस क्रम में दूसरे बहनों का सवार होकर आए बारातियों ने उत्पाद विभाग के टीम पर हमला कर दिया था।