औरंगाबाद के अंबा बाजार में हल्की बारिश ने ही एनएच-139 पर बनी नालियों की सफाई की पोल खोल दी। बुधवार को हुई थोड़ी सी बारिश के बाद रोड की कई दुकानों में नाली का गंदा पानी घुस गया। इससे दुकानदारों को नुकसान हुआ। कई घरों के सामने जलजमाव हो गया। ब दबू से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। लोग सिस्टम और अधिकारियों को कोस रहे हैं। एनएच की ओर से बीते दिनों रात में नाली की सफाई कराई गई थी। बाजार के दोनों ओर सफाई की गई, लेकिन कुछ दूरी पर सफाई अधूरी छोड़ दी गई। स्थानीय जनप्रतिनिधि कंचन गुप्ता ने बताया कि ठेकेदार ने आगे सफाई करने से मना कर दिया। उसका कहना था कि जेसीबी मशीन से आगे कचरा नहीं उठ रहा है। यह बात लोगों को हंसने पर मजबूर कर रही है। सफाई अधूरी रहने से उसी इलाके में जलजमाव ज्यादा हो रहा है। बाजार की नालियों का पानी वहीं आकर ओवरफ्लो हो रहा है और दुकानों में घुस रहा है। दुकानदार नाली में ही मांस के टुकड़े फेंक रहे सड़क के दूसरी ओर मांस-मछली के दुकानदार नाली में ही मांस के टुकड़े फेंक रहे हैं। इससे नाली जल्दी भरने की आशंका है। कुछ ही दिनों में दोनों ओर यही स्थिति बन जाएगी। बरसात में पूरा बाजार पानी में डूबा हो सकता है। एनएच को कोसना गलत नहीं है। जब वरीय अधिकारी संज्ञान लेते हैं, तभी विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचते हैं। तब पूरी सफाई की बात होती है। लेकिन कुछ लोग अपने दरवाजे या दुकान के सामने सफाई नहीं होने देते। अधिकारी सख्ती नहीं दिखाते। बाद में यही लोग अधिकारियों को दोष देते हैं। शुरुआत में जब जेसीबी मशीन के साथ सफाई टीम भेजी गई थी, तब कुछ लोगों ने निकासी की बात कहकर रोक दिया था। अधिकारी भी चुपचाप लौट गए। जब स्थिति बिगड़ी, तब दोबारा टीम भेजी गई। फिर भी लोगों ने कहा कि पहले निकास बनाइए, फिर सफाई करिए। अधिकारी नहीं माने। उल्टा कुछ लोगों पर आरोप लगाया कि वे सफाई रोक रहे हैं। इसके बाद उन्हीं लोगों ने अपने घर के सामने से सफाई शुरू करवाई। लेकिन निकास नहीं होने से समस्या जस की तस बनी रही। पेट्रोल पंप से ठीक पहले तक ही सफाई पेट्रोल पंप से ठीक पहले तक ही सफाई की गई है। वहीं धर्म कांटा और टायर पंचर की दुकान है। पंचर दुकानदार ने बताया कि ठेकेदार ने कहा कि सफाई यहीं तक होगी। उसने विरोध किया, लेकिन थोड़ी सफाई के बाद रोक दी गई। दुकानदार का कहना है कि आगे सफाई नहीं हुई, तो पूरा पानी उसकी दुकान में घुसेगा। एनएच के एक्जीक्यूटिव को फोन किया गया, लेकिन बंद मिला। इंजीनियर मानिक राम ने फोन उठाया, पर मशीनरी खराब होने की बात कहकर फोन काट दिया। स्थानीय लोगों ने डीएम से मांग की है कि बिना भेदभाव के हर जगह नाली की सफाई हो और निकास की व्यवस्था की जाए। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।