करनाल जिले की दुर्गा कॉलोनी की एक गरीब महिला का बेटा फर्जी नौकरी के नाम पर धोखे से कंबोडिया ले जाकर बंधक बना लिया गया है। युवक को वहां एक कंपनी में फर्जी काम करने को मजबूर किया जा रहा है और मना करने पर उसे पीटा जा रहा है। परिजनों ने अब पुलिस और सरकार से बेटे को छुड़ाने की गुहार लगाई है। पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फर्जी नौकरी का झांसा देकर भेजा था दुर्गा कॉलोनी की राजकली पत्नी तेजपाल ने एसपी करनाल को दी शिकायत में बताया कि वह एक साधारण महिला हैं और मजदूरी कर किसी तरह घर का गुजारा करती हैं। बीती 9 अगस्त को उनके बेटे धर्मबीर को दो व्यक्तियों संजय और सोनू ने एक प्लास्टिक कंपनी में काम दिलाने का झांसा देकर कंबोडिया बुलाया था। वहां पहुंचने के बाद संजय ने मेली नामक महिला के साथ मिलकर धर्मबीर को एक फर्जी कंपनी में लगवा दिया। कंपनी से संजय ने 3,500 डॉलर लेकर महिला मेली के साथ भाग गए। मना करने पर की पिटाई, पासपोर्ट-फोन छीना शिकायत में कहा गया कि जब धर्मबीर को पता चला कि कंपनी उससे अवैध और फ्रॉड काम करवा रही है, तो उसने मना कर दिया। कंपनी के मालिक ने उसे बुरी तरह पीटा, धमकाया और उसका मोबाइल व पासपोर्ट छीन लिया। फिर मालिक ने धर्मबीर को दूसरी कंपनी में 5 हजार डॉलर में बेच दिया। नई कंपनी में भी जारी अत्याचार नई कंपनी ने भी धर्मबीर को जबरन फर्जी काम करने को मजबूर किया। जब उसने फिर से मना किया, तो कंपनी ने कहा कि अगर वो यह काम नहीं करेगा, तो पहले हमारे 5 हजार डॉलर लौटाए, तभी उसे छोड़ा जाएगा। अब धर्मबीर को वहां बंधक बनाकर रखा गया है, उसे समय पर खाना नहीं दिया जा रहा और मारपीट की जा रही है। कर्ज लेकर भेजा था बेटा, अब मदद की गुहार राजकली ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को विदेश भेजने के लिए कर्ज लिया था। अब वे बेहद तंगहाली में हैं और इतने पैसे जुटाने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द बेटे को नहीं छुड़ाया गया तो उसकी जान को खतरा है। उन्होंने कंबोडिया की उस कंपनी और भारत के दलालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय से थाना सेक्टर 32-33 करनाल में भेजी गई। जहां पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी निरंजन ने बताया कि शिकायत के आधार पर शिकायत दर्ज की है। मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।