करनाल जिले के गांव हैबतपुर में खेत में काम करते समय टूटे बिजली के तार से करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई। इस घटना को लेकर ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने सख्त रुख अपनाते हुए SDO मोहित, JE सुनील और तीन लाइनमैन अजीत, सत्यवान और विकास को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश जारी किए हैं। मंत्री विज द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि राजेश कुमार नाम के युवक की 6 जुलाई को करंट लगने से मौत हो गई थी। मृतक के परिजन प्रदीप कुमार ने शिकायत में बताया कि खेत में बिजली की लटकी तारों की शिकायत उन्होंने कई बार SDO, JE और लाइनमैन को दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ। घटना को गंभीर लापरवाही मानते हुए मंत्री ने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। थाना निगदू में इन सभी के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है। FIR के बाद पुलिस जांच जारी करनाल के हैबतपुर गांव में 11 हजार वोल्टेज लाइन की चपेट में आने से किसान की मौत होने के मामले में पुलिस जांच जारी है। जांच में जो घटना से जुड़े तथ्य अभी सामने आए हैं उसके अनुसार दो दिन पहले युवक अपने खेत में काम करने के लिए गया था, जहां पर तार पहले से टूटकर गिरी थी और युवक तार की चपेट में आ गया। वहीं परिजनों का कहना है कि इस पूरे मामले में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही है। बिजली की तार खेतों में बहुत नीचे लटक चुकी थी, जिन्हें ऊपर करवाने के लिए बार-बार बिजली विभाग को शिकायत की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मृतक का आठ साल का बेटा प्रदीप ने बताया कि आज उसका भाई खेत में गया था, जहां पर 11 हजार वोल्टेज की तो टूट कर गिरी हुई थी। उसे इस बात का पता नहीं था और वह तारों की चपेट में आ गया। जिससे वह करंट लगने के कारण झुलस गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रदीप ने बताया कि रजत के परिवार में उसके तीन भाई थे। जिनमें से दो की पहले की मृत्यु हो चुकी है और यह अकेला था। रजत को भी हादसे ने छीन लिया। रजत के पास 8 साल का एक बेटा है। पत्नी और बेटे का रो-रोकर बुरा हाल है। मौके पर नहीं पहुंचे थे बिजली विभाग के अधिकारी प्रदीप ने बताया कि जांबा के पास से बिजली कर्मचारी आते हैं और जब उनको पता चला कि वे अड्डे पर आए और एक दुकान पर रखे शिकायत रजिस्टर को उठाकर ले गए। वे इसलिए भाग गए, क्योंकि वे लापरवाही बरतते हैं और काम करने के लिए पैसे मांगते हैं। खेतों में खंभे गिरे हुए हैं, उन खंभों से बिजली की तारे हटाकर दूसरे खंभों पर लगानी है, और कई महीनों से खंभे भी लगे हुए है, लेकिन बिजली कर्मी काम ही नहीं करते। उन्हें तो सिर्फ पैसे चाहिए। यहां देखिए विज की ऑर्डर की कॉपी..