करनाल में एसटीएफ ने पकडे़ दो शूटर:कुरुक्षेत्र के अमन ढाबे पर फायरिंग और सौंकड़ा गोलीकांड में रहे शामिल, हथियार हुए बरामद

करनाल में एसटीएफ टीम ने देर शाम सेक्टर -12 इलाके से दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी कुरूक्षेत्र के अमन ढाबा फायरिंग और करनाल के सौंकड़ा गांव में हुए गोलीकांड आदि घटनाओं में शामिल रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से विदेशी ऑरिजिन की पिस्टल और डबल बैरल गन बरामद की गई हैं, जिनमें से दो पिस्टल अमन ढाबा पर चली गोलियों में इस्तेमाल हुई थीं। दोनों आरोपी कुख्यात कौशल चौधरी गैंग से जुड़े हुए हैं और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय रहे हैं। पुलिस अब इनके गैंग नेटवर्क, हथियारों की सप्लाई और विदेश में बैठे गैंगस्टरों से संबंधों की जांच कर रही है। अमन ढाबा फायरिंग केस में इस्तेमाल हुई थी विदेशी पिस्टल एसपी एसटीएफ वसीम अकरम ने बताया कि,गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। एसटीएफ इंचार्ज ने बताया कि आरोपियों से दो पिस्टल और एक डबल बैरल गन बरामद की गई है। इनमें से दो पिस्टल वही हैं, जिनका इस्तेमाल अमन ढाबा फायरिंग केस में किया गया था। जांच में सामने आया है कि अमन का काम शूटर्स को लाना, उनके ठहरने की व्यवस्था करना और वारदात के बाद पंजाब छुड़वाना था। डेड-ड्रॉप से हथियार पहुंचाने की आशंका
पूछताछ में खुलासा हुआ कि पारस भी इसी गैंग से जुड़ा हुआ है और उसका रोल शायद इन हथियारों को डेड-ड्रॉप के माध्यम से किसी खास स्थान पर सुरक्षित रखने का था। अंदेशा है कि वे हथियार को एक जगह पहुंचाने आए थे। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है, ताकि उनसे गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों और सूत्रधारों के बारे में पूछताछ की जा सके। सौंकड़ा गांव फायरिंग में भी नाम जुड़ा
एसटीएफ के मुताबिक, प्रारंभिक पूछताछ में सौहार्द उर्फ शिवम का नाम करनाल के सौंकड़ा गांव में हुई एक और फायरिंग में भी सामने आया है। उस घटना में भी शिवम शामिल था और उसके साथ एक अन्य आरोपी भी था, जिसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस उस साथी की तलाश में जुटी है। दिल्ली- एनसीआर में एक्टिव है कौशल चौधरी गैंग
गिरफ्तार दोनों आरोपी कुख्यात कौशल चौधरी गैंग से जुड़े हुए हैं, जो दिल्ली-एनसीआर में एक्टिव है। इस गैंग के अन्य गुर्गों में सौरव बड़ौली और दिनेश गांधी का नाम सामने आया है। ये दोनों अपराधी फिलहाल यूएसए में डिटेन हैं और उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा इस गैंग के कुछ अन्य सदस्य भोंडसी जेल में बंद हैं। विदेशी हथियारों का हो सकता है नेटवर्क
जो हथियार आरोपियों से बरामद हुए हैं, वह विदेशी ऑरिजिन का प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने अभी तक इस संबंध में ज्यादा तकनीकी जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन जांच इस दिशा में जारी है कि आखिर ये हथियार इन तक कैसे पहुंचे और इसका नेटवर्क कहां तक फैला है। 16 केस दर्ज, पिता से मारपीट का आरोप
पकड़ा गया आरोपी सौहार्द उर्फ शिवम पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। यमुनानगर में इसका नाम कई अपराधियों के साथ जुड़ा रहा है और इस पर करीब 16 केस दर्ज हैं। एक केस में यह जमानत पर बाहर चल रहा था, जबकि हाल ही में इस पर अपने पिता से मारपीट करने का एक ताजा केस भी दर्ज हुआ था, जिसमें यह फरार चल रहा था। गैंग के सूत्रधारों तक पहुंचने की कोशिश
एसपी एसटीएफ वसीम अकरम ने बताया कि, सौहार्द की गिरफ्तारी से अमन ढाबा फायरिंग और सौंकड़ा गांव की गोलीकांड जैसी संगीन वारदातों में शामिल अन्य गैंगस्टरों के नाम सामने आएंगे। साथ ही गैंग के सूत्रधारों और विदेश में बैठे बदमाशों की भी जानकारी मिलेगी। विदेशों में छिपे गैंगस्टरों को भारत लाने के लिए प्रक्रिया तेज कर दी गई है। जांच जारी, और गिरफ्तारी की संभावना
एसपी एसटीएफ वसीम अकरम ने बताया कि, फिलहाल पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और पूरे गैंग नेटवर्क को खंगालने का प्रयास जारी है। एसटीएफ का कहना है कि आने वाले दिनों में इस गैंग से जुड़े और नाम भी सामने आ सकते हैं, जिससे कई मामलों की परतें खुल सकती हैं।

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