जननायक जनता पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने इंद्री के शेरगढ़ टापू में युवा जोड़ो अभियान के तहत युवाओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चर्चा के सवाल पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि यह देश की सेना का पराक्रम है, जिसे सियासत से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेना ने जो किया, वह उसके धर्म और कर्तव्य का हिस्सा था, यह किसी एक प्रधानमंत्री या पार्टी की वजह से नहीं हुआ। दिग्विजय ने कांग्रेस पर भी तीखे हमले किए और कहा कि विपक्ष के सिर फुटव्वल के हालात के लिए केवल भूपेंद्र सिंह हुड्डा जिम्मेदार हैं, जिन्होंने पार्टी को बांटने और काटने का काम किया। गोपाल कांडा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने इनेलो और भाजपा के बीच गुप्त समझौते के आरोप लगाए और कहा कि दोनों दलों की सीटों पर जान बूझकर कमजोर उम्मीदवार उतारे गए ताकि भाजपा को फायदा हो। कांग्रेस के हालात- एक म्यान में दो नहीं पांच तलवार
कांग्रेस के संगठन को लेकर दिग्विजय चौटाला ने चुटकी ली और कहा कि कांग्रेस के सिर फुटव्वल वाले हालात है। यहां एक म्यान में दो-दो नहीं बल्कि पांच-पांच तलवारें हैं। जो कभी फिट नहीं बैठ सकती, ये एक दूसरे को काटने का काम करेगी। अगर इसके लिए कोई दोषी है तो वह चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा हैं। उन्होंने कहा कि, हरियाणा में विपक्ष बंटा रहा, बांटने और काटने का काम चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया। जब राज बनता है तो सबको साथ लेना पड़ता है, एक व्यक्ति और एक क्षेत्र से राज नहीं बनता। इन लोगों को बहुत बड़ी गलत फहमी थी, जिसको लोगों ने दूर कर दिया। जीटी बेल्ट पर किसानों का विरोध बहुत था और लोगों ने कांग्रेस को वोट बहुत दिए, लेकिन आपसी फूट के कारण ये लोग नहीं जीत पाए। इससे बुरा दौर कभी नहीं आया
उन्होंने यूरिया की किल्लत को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जब दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम थे तो कभी भी किसानों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन आज किसानों को लाइनों में लगना पड़ रहा है और पुलिस लाठियां चला रही है। यह वो काल है, जो हमने हरियाणा में कभी नहीं देखा। इस बुरा दौर नहीं आ सकता। गोपाल कांडा के बयान पर दिया जवाब
गोपाल कांडा के बयान पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि, प्रदेश का बच्चा- बच्चा जानता है कि जहां एक तरफ हुड्डा ने बीजेपी के इशारों पर काम किया, वहीं सिरसा की सीट पर गोपाल कांडा के सामने किसी कैंडिडेट को फाइल नहीं किया गया, इनेलो की जो दो सीटें आई है, चाहे वह रानियां की हो या डबवाली की हो, दोनों पर कमजोर कैंडिडेट क्यों फाइनल किए गए, यह इसलिए किया गया, क्योंकि भाजपा से इनकी मिली-जुली अंडरस्टेंडिंग थी और वह इन्हीं के लोगों ने एक्सपोज कर दी। हमें तो कहने की जरूरत ही नहीं पड़ी। यह भविष्य के अंदर इनके बहुत गहरे हाथ मिले हुए है। इन दोनों लोगों के बहुत गहरे हाथ मिले हुए है, ये वे ही लोग है जो ईडी और सीबीआई से डरते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में दिखा सेना का पराक्रम
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में चर्चा के सवाल पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ऑप्रेशन सिंदूर हमारे देश की सेना का पराक्रम था और बहुत मजबूती से हमारे देश के दुश्मन को जवाब दिया गया, इस पर कोई बहस नहीं होनी चाहिए, उसके अलावा कोई सवाल विपक्ष का है तो वह पूछना चाहिए।
मगर फौज पर चर्चा नहीं होनी चाहिए, उसको पूरा देश सैल्यूट करता है, वह कोई नरेंद्र मोदी जी की वजह से या बीजेपी की वजह से नहीं किया, सेना ने अपना कर्म और धर्म निभाया। अगर नरेंद्र मोदी की जगह मनमोहन सिंह होते या कोई ओर प्रधानमंत्री होता तो फौज इस तरह से अपना काम करती।