कांगड़ा में आज ईडी ने रेड की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिमाचल प्रदेश के असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर निशांत सरीन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने रविवार को धन शोधन मामले में सरीन, उनके परिजनों और सहयोगियों के ठिकानों पर रेड की। धर्मशाला में सरीन के अलावा उनके ससुर रमेश कुमार गुप्ता और सहयोगी कोमल खन्ना के ठिकानों की भी जांच की गई। यह छापेमारी हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में पांच आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों में की गई। सरीन की संपत्तियों की जांच
यह कार्रवाई अगस्त 2019 में दर्ज एफआईआर पर आधारित है। हिमाचल प्रदेश पुलिस के राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने यह एफआईआर दर्ज की थी। सरीन पर बद्दी की दवा कंपनियों से रिश्वत लेने का आरोप था। उन्हें सितंबर 2019 में गिरफ्तार किया गया। अक्टूबर 2019 में उन्हें जमानत मिली। 2024 में उन्हें धर्मशाला में एडीसी के रूप में फिर से तैनात किया गया। ईडी अब सरीन की संपत्तियों की जांच कर रही है। एजेंसी यह भी पता लगा रही है कि क्या उन्हें कोई राजनीतिक संरक्षण मिला। सरीन या उनके वकीलों की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। औषधि नियंत्रक कार्यालय हिमाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विनियमन निदेशालय के अधीन है। ईडी ने यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की है। इस छापेमारी से प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के मुद्दे एक बार फिर सामने आए हैं।