कानपुर में बुधवार शाम एक मस्जिद के पास विस्फोट हुआ, जिसमें 8 लोग घायल हुए। इसका CCTV सामने आया है। दिख रहा कि ये धमाका स्कूटी से नहीं, बल्कि दुकान के बाहर रखे गत्ते से हुआ है। जांच टीम का कहना है कि दुकान के बाहर गत्ते में पटाखे रखे हुए थे। इन्हीं पटाखों से विस्फोट हुआ है। देर रात आतंकवाद निरोधी दस्ता ATS और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने भी सबूत जुटाए। एक और CCTV में विस्फोट के बाद घायल महिला दुकानदारों से मदद मांगते हुए भागती दिख रही है। देर रात तक पुलिस कमिश्नर फोर्स के साथ ग्राउंड पर उतरे। दुकानों में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान कई दुकानों से अवैध पटाखों का स्टोरेज मिला है। पुलिस ने अवैध पटाखों को जब्त करते हुए 12 लोगों को अरेस्ट किया है। ATS और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने भी सबूत जुटाए
मूलगंज के बिसाती बाजार में धमाका हुआ तो पहले स्कूटी में ब्लास्ट का शक था। देर रात CCTV चेक करने पर दिखा कि दुकान के बाहर एक गत्ते में अचानक तेज चिंगारी निकली और फिर तेज धमाका हुआ। इसके बाद साफ हो गया कि दुकान के बाहर गत्तों में पटाखे बेचे जा रहे थे। उसी में ब्लास्ट हुआ है। वहीं, दूसरे जांच के दौरान एक और CCTV में दिखा कि विस्फोट के बाद झुलसी एक महिला मदद के लिए दौड़ रही है। वह दुकान के बाहर लोगों से मदद मांगते हुए जमीन पर गिर पड़ती है। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसे कपड़े से ढका और अस्पताल ले गए। उधर, एटीएस और मिलिट्री इंटेलिजेंस के साथ अन्य जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गईं। जांच एजेंसियों ने भी सबूत जुटे। सीसीटीवी से धमाके की तस्वीर साफ होने के बाद पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने अपने सामने सर्च अभियान चलाकर दुकानों की जांच कराई। इस दौरान दुकानों में अवैध पटाखों का भारी स्टोरेज मिला। पुलिस कमिश्नर ने दुकानों के ताले तुड़वाए
धमाके के बाद पूरे मामले का डीजीपी ऑफिस के साथ ही गृह और गोपनीय विभाग ने भी संज्ञान लिया। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने फोर्स के साथ पहले तो पूरे मामले को समझा। इसके बाद इनपुट से साफ हो गया कि दिवाली के पहले बिसाती बाजार पटाखों का बड़ा बाजार बन जाता है। यहां दुकानों में अवैध रूप से बड़ी मात्रा में पटाखों का स्टोरेज किया गया है। शासन से मिले निर्देश के बाद पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल, जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर आशुतोष कुमार भारी पुलिस बल के साथ रात 11 बजे बिसाती बाजार पहुंचे और एक-एक दुकान खुलवाकर जांच शुरू की। इस अभियान को सर्च एंड सीजर ऑपरेशन का नाम दिया गया। कई दुकानों के ताले भी तोड़े गए। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई के बाद पुलिस को कई दुकानों में सामान के नीचे छिपाकर रखे गए पटाखे मिले। कई दुकानों के पुलिस ने ताले तोड़े। इसी बीच दुकानदार भी पहुंचे और खुद ही ताला खोलकर जांच कराई। देर रात करीब 2 बजे तक सर्च अभियान चला। पुलिस ने अवैध पटाखों का स्टोरेज करने पर 12 लोगों को पकड़ा है। विस्फोट के बाद के हालात, 3 तस्वीरें देखिए फोरेंसिक जांच में लो-एक्सप्लोसिव निकला
एडिशनल सीपी आशुतोष कुमार ने बताया- पहले तो हम लोगों को लग रहा था कि स्कूटी में बम प्लांट किया गया है, लेकिन जांच के बाद धीरे-धीरे तस्वीर साफ हो गई। एटीएस, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य जांच एजेंसियां भी मौके पर पहुंचीं। फोरेंसिक टीम की जांच में साफ हाे गया कि लो एक्सप्लोसिव मिला है। यह पटाखों का विस्फोट है, हाई एक्सप्लोसिव जांच के दौरान नहीं मिला है। जांच के दौरान पुलिस को इनपुट मिला कि बिसाती बाजार अवैध पटाखों की मंडी डेवलप हो गई है। यहां दीपावली में हर दुकानदार अवैध रूप से पटाखों का कारोबार करता है। एक दुकान की फॉल सीलिंग गिरी, 6 की दीवारों में दरारें आईं
कैफे संचालक शाहबाज अख्तर ने बताया- धमाका इतना तेज था कि आमिर की दुकान की फॉल सीलिंग गिर गई। वहीं पड़ोस में अब्दुल और कासिफ की खिलौने की दुकान हैं। वहीं मुजाहिद स्पोर्ट्स का सामान बेचता है। उनकी दुकानों की भी दीवारें दरक गईं। मो. उवैस की दुकान भी क्षतिग्रस्त हुई है। दुकानदार मो. उवैस ने बताया कि हम दुकान में बैठे थे, तभी धमाका हुआ। सड़क पर भगदड़ मच गई। हम लोग दौड़कर दुकानों से बाहर आए। दुकानों का सामान बाहर बिखर गया था। घायलों को अस्पताल भिजवाया। हादसे में ये 8 लोग घायल हुए घायलों में सुहाना, एसके रईसुद्दीन और अश्वनी कुमार 50% से ज्यादा झुलसे हैं। इन्हें केजीएमयू लखनऊ रेफर किया गया है। वहीं, मुर्सलीन और रईसुद्दीन का उर्सला में इलाज चल रहा है। ——————— ये खबर भी पढ़िए- बरेली में डकैत शैतान एनकाउंटर में मारा गया: हुलिया बदलने में माहिर, रिकॉर्ड में 12 नाम; 8 साल पुलिस को चकमा दिया बरेली में एक लाख का इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तेखार एनकाउंटर में मारा गया। मुठभेड़ में SOG के हेड कॉन्स्टेबल राहुल को भी गोली लगी है। SSP के मुताबिक, गुरुवार सुबह 5.30 बजे पुलिस ने भोजीपुरा थाने में नैनीताल हाईवे किनारे बिलवा पुल के पास डकैत शैतान (37) को घेरा, तो उसने टीम पर फायरिंग कर दी। डकैत ने पुलिस पर 17 राउंड फायरिंग की। बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग की। एक गोली उसके सीने और एक खोपड़ी के पार हो गई। पुलिस उसे जिला अस्पताल ले आई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पढ़ें पूरी खबर…