कानपुर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) डॉ. हरी दत्त नेमी की लड़ाई इन दिनों सोशल मीडिया पर भी खूब छाई हुई हैं। एक तरफ शहर के जनप्रतिनिधि CMO के लिए पत्र लिख रहे है तो वहीं, दूसरी तरफ सोशल मीडिया में लोग जिलाधिकारी के के पक्ष में पोस्ट करते दिखाई दे रहे हैं। शहर को तेज तर्रार अधिकारी की जरूरत एक्स पर पोस्ट करते हुए एक ने लिखा कि ‘समय आ गया अब कानपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह का। काफी समय से जिस सक्रियता के साथ काम कर रहे थे उससे ये तो लगने लगा था कि नेताओं (नेता का नाम लिखा) को ये पसंद नहीं आएंगे। कानपुर को आप जैसे तेज तर्रार अफसरों की बहुत जरूरत हैं। किसी ने चुटकी लेते हुए लिखा कि कानपुर में स्वास्थ्य विभाग की ‘तबीयत खराब’ है। विधायक की चिट्ठी भी सोशल मीडिया पर छाई शहर के भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी की चिट्ठी भी सोशल मीडिया पर खूब छाई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं, NHM में भर्तियों और दोषियों पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था। इस पत्र को लोग अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर कर रहे हैं। ऑडियो वायरल होने के बाद छिड़ी जंग सोशल मीडिया पर सीएमओ का ऑडियो (जिसमें डीएम के लिए अपशब्द का किया था प्रयोग) वायरल होने के बाद ये लड़ाई और बढ़ गई। जिलाधिकारी ने अपनी मीटिंग में सीएमओ से कहा कि ‘पहले इस प्रकरण की जांच कराए और जो ऑडियो वायरल कर रहा है उसके खिलाफ FIR कराएं’ ये कहते हुए मीटिंग से बाहर जाने को कह दिया। प्रेम पत्र लिखने से पहले जनता से फीडबैक ले लो एक सोशल मीडिया अकाउंट से ट्विट करते हुए लिखा गया ‘प्रेम पत्र लिखने वाले नेता कम से कम जनता से एक फीडबैक तो ले लेते।