जमीन के पुराने विवाद में भतीजे ने चाचा को गयाजी से हरियाणा के सिरसा में बुलाकर हत्या कर दी। वारदात के बाद से आरोपी भतीजा और उसका परिवार फरार है। आरोपी भतीजे ने 25 जून को चाचा पर फावड़ा से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इलाज के दौरान घायल चाचा की 6 जुलाई को मौत हो गई। फिलहाल, मृतक की डेडबॉडी हरियाणा से सिरसा से गयाजी लाई जा रही है। पूरे घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। मृतक की पहचान अजय यादव, जबकि आरोपी भतीजे की पहचान गुड्डू यादव के रूप में हुई है। मामला गया के बांकेबाजार प्रखंड के बालासोत टोला तरवाडीह से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि यहां जमीन को लेकर अजय और गुड्डू के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। काम के बहाने से आरोप भतीजे ने चाचा को हरियाणा बुलाया था जानकारी के अनुसार, अजय यादव को उसके भतीजे गुड्डू यादव ने हरियाणा के सिरसा में काम के बहाने बुलाया था। वारदात 25 जून की रात करीब 11 बजकर 18 मिनट की है। वारदात के दौरान सिरसा में एक साथ कई लोग खाना खा रहे थे। इनमें अजय यादव और गड्डू यादव भी थे। खाना खाने के दौरान चाचा-भतीजे के बीच जमीन के विवाद को लेकर कहासुनी हुई और फिर मारपीट शुरू हो गई। इसी दौरान आरोपी भतीजे गुड्डू यादव ने फावड़े से चाचा अजय यादव पर कई हमले किए, जिससे अजय यादव बुरी तरह घायल हो गया। स्थानीय लोगों के सहयोग से उन्हें पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान 10 दिन के बाद यानी 5 जुलाई को अजय की मौत हो गई। मृतक के परिजन ने सिरसा थाना में दर्ज कराई FIR मृतक के परिजन ने सिरसा थाना में केस दर्ज कराया है। जानकारी के मुताबिक, पीड़ित पक्ष ने न्याय की मांग करते हुए आरोपी के घर के सामने अजय यादव के अंतिम संस्कार की बात कही है। इधर, रौशनगंज थाना के थानाध्यक्ष अनुराजा का कहना है कि पूरा मामला सिरसा पुलिस से जुड़ा है। सिरसा पुलिस यदि सहयोग मांगती है। उसकी मदद की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस मामले में रोशनगंज पुलिस पूरे घटना क्रम पर नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल बॉडी के आने का इंतजार किया जा रहा है। हत्या का आरोपी गुड्डू यादव और उसका पूरा परिवार गांव छोड़कर फरार हैं। दो बच्चों का पिता था अजय, डेयरी फार्म पर करता था काम झारखंड के जिला चतरा थाना हंटरगंज के गांव बड़ी बिघा के रहने वाले बलदेव यादव ने बताया कि मृतक अजय उसका साला लगता था। अजय सिरसा के रामनगरिया में सरदार मनप्रीत सिंह के भाटिया पशु डेयरी फार्म पर काम करता था। उसके दो बेटे हैं। बलदेव यादव ने बताया कि अजय और उसके चाचा मदनलाल, भतीजे गुडडू यानी विनोद यादव से साल 2017 से जमीनी विवाद चल रहा था। अजय के चाचा और भतीजे ने उसकी जमीन पर कब्जा किया हुआ था। इसी बात की रंजिश के चलते उसे बिहार से सिरसा में बुलाया गया और उसकी हत्या कर दी। बलदेव ने बताया कि गुड्डू ने ही चाचा अजय को कॉल कर बुलाया था और कहा था कि सिरसा आ जाओ और वह काम पर लगवा देगा। पैसे भी एडवांस मिलेंगे। भतीजे की बात सुनकर अजय 17 मई को ही घर से सिरसा चला गया था। बलदेव ने कहा कि वारदात को अंजाम देने में विनोद के साथ एक अन्य आरोपी भी शामिल था। प्रत्यक्षदर्शी विनोद ने बीच बचाव की कोशिश की वारदात के दौरान घटनास्थल पर विनोद नाम का एक शख्स था, जिसने अजय यादव को दोनों आरोपियों से बचाने की कोशिश की थी। उन्होंने बताया कि तत्काल अजय को सिविल अस्पताल में एडमिट कराया गया, यहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए बठिंडा रेफर कर दिया गया। उधर, अजय के जीजा बलदेव ने बताया कि बठिंडा में साला को निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया था। बलदेव ने बताया कि वारदात के दूसरे दिन यानी 27 जून को अजय को होश आया था। उसी दिन उसने कुछ बात की थी, लेकिन उसके बाद कुछ नहीं बोला और 5 जुलाई को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अजय के सिर पर गहरी चोट लगी थी. सीसीटीवी में दिखा- पहले हाथापाई हुई, फिर मारपीट वीडियो में दिख रहा है कि 25 जून को आरोपी गुड्डू उर्फ मुकेश, मृतक अजय और अन्य लोग एक साथ बैठकर डेयरी में खाना खा रहे हैं। इसी दौरान अजय यादव और उसका भतीजा गुडडू उर्फ मुकेश अलग-अलग बैठकर मोबाइल पर बात कर रहे होते हैं। इसी दौरान गुड्डू अपने चाचा अजय की ओर इशारा करता है। फिर दोनों के बीच पहले हाथापाई होती है, फिर मारपीट होने लगती है। पहले तो वहां पर बैठे लोगों ने दोनों को छुड़वा दिया। इसके बाद गुडडू ने पास में रखा फावड़ा उठाकर चाचा अजय के सिर पर मार दिया। जिससे अजय बेसुध होकर जमीन पर जा गिरा। इसके बाद भी गुडडू नहीं रुका और चाचा अजय पर हमले करता रहा। हालांकि, खुद को बचाने के लिए अजय एक बार उठता है और वापस गिर जाता है। वारदात का प्रत्यक्षदर्शी बोला- सभी ने पी रखी थी शराब चश्मदीद विनोद कुमार ने बताया कि 25 जून की रात 10 बजे वह खाना खा रहे थे। सभी ने शराब पी रखी थी। गुडडू और अजय दोनों के बीच खाना खाते समय झगड़ा हो गया। इसके बाद दोनों ने लड़ाई शुरू कर दी और उन्होंने बीचबचाव किया। लेकिन गुडडू ने चाचा अजय के सिर पर फावड़ा मार दिया।