किन्नौर जिले के निचार उपमंडल में बरी गांव के युवाओं ने एक अनूठी पहल की है। गांव के बस स्टैंड से सतकुटिंग तक की संपर्क सड़क की खराब स्थिति को देखते हुए युवाओं ने स्वयं आगे आकर इसकी मरम्मत शुरू कर दी है। सरकारी मदद का इंतजार प्रदेश सरकार से बजट न मिलने के कारण यह सड़क लंबे समय से खस्ता हालत में थी। युवाओं ने सरकारी मदद का इंतजार करने के बजाय खुद पहल की। उन्होंने आपस में पैसे इकट्ठा किए और पिछले एक सप्ताह से सड़क की मरम्मत में जुटे हैं। यह पहल स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। मूलभूत सुविधाओं की समस्या ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की कमी एक बड़ी समस्या है। सरकारें अक्सर बजट की कमी का हवाला देकर इन समस्याओं से किनारा कर लेती हैं। बरी गांव के युवाओं का यह प्रयास सामुदायिक एकजुटता का उदाहरण है। यह पहल दिखाती है कि जब सरकारी तंत्र काम नहीं करता, तो लोग अपनी समस्याओं का समाधान खुद भी कर सकते हैं।