किशनगंज जिले में इन दिनों शीतलहर का प्रकोप जारी है। कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है, जिससे सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग ने जिले में शीतलहर और घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं ने ठंड का असर और तेज कर दिया है। दिनभर धूप नहीं निकलने से लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। सड़कों पर घना कोहरा छाए रहने से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है और विजिबिलिटी शून्य के करीब पहुंच गई है। निजी तौर पर अलाव जला रहे लोग रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और चौराहों पर यात्री और मजदूर ठंड से बचने के लिए निजी तौर पर अलाव जला रहे हैं। कुछ जगहों पर लोग टायर या लकड़ी जलाकर गर्मी प्राप्त कर रहे हैं। हालांकि, जिला प्रशासन और नगर परिषद की ओर से अब तक सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। इससे गरीब, बेघर और दिहाड़ी मजदूर सर्वाधिक प्रभावित हैं। कोहरे के कारण बसें लेट स्थानीय निवासी वीरेंद्र दास ने बताया कि ठंड इतनी है कि बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। उन्होंने प्रशासन से अलाव की व्यवस्था करने की मांग की। बस स्टैंड पर इंतजार कर रहे एक यात्री सुजीत सिंह ने कहा कि कोहरे के कारण बसें लेट हैं और ठंड से बचने का कोई इंतजाम नहीं है, जिससे बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. गौरव कुमार के अनुसार, ठंड से सांस की बीमारियां, जोड़ों का दर्द और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। एसडीएम अनिकेत कुमार ने शीघ्र अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जरूरतमंदों को राहत मिल सके। ठंड का यह दौर अभी कुछ दिन और जारी रहने की संभावना है। लोग गर्म कपड़े, पौष्टिक भोजन और गर्म पेय का सहारा ले रहे हैं।