किशनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर 12 साल का बच्चा संदिग्ध हालत में घूमता मिला। आरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल अभिषेक सरकार ने बच्चे को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि बच्चा खगड़िया जिले के मेहदीपुर का रहने वाला है। उसके माता-पिता उसे हॉस्टल भेजना चाहते थे। बच्चा हॉस्टल जाने से मना कर रहा था। इसलिए वह घर से भागकर ट्रेन से केएनई रेलवे स्टेशन पहुंच गया। परिवार से संपर्क करने की कोशिश जारी आरपीएफ ने बच्चे को चाइल्ड लाइन, केएनई को सौंप दिया। चाइल्ड लाइन के अधिकारी बच्चे की देखभाल कर रहे हैं। वे उसके परिवार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। बच्चे की मानसिक और शारीरिक स्थिति सामान्य है। दबाव बनाने पर बच्चे हो जाते है विद्रोही मनोवैज्ञानिक डॉ. रमेश कुमार ने बताया कि माता-पिता और बच्चों के बीच संवाद जरूरी है। बच्चों पर दबाव या जबरदस्ती से वे विद्रोही हो सकते हैं। स्थानीय पुलिस और चाइल्ड लाइन बच्चे को सुरक्षित घर पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की समस्याओं को समझें। उन पर ध्यान दें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। आरपीएफ की सतर्कता से एक बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।