कैमूर के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार आनंद सिंह ने शनिवार को अनुमंडल कार्यालय मोहनिया में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने रामगढ़ विधानसभा में सालों से जनहित की अनदेखी और मूलभूत सुविधाओं के अभाव पर चिंता व्यक्त की। सिंह ने आरोप लगाया कि रामगढ़ में सांसद और विधायक दोनों के होने के बावजूद जनता को राहत नहीं मिल रही है। उन्होंने थाना, अंचल और ब्लॉक कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर होने का दावा किया, जिसमें 3 डिसमिल जमीन के दाखिल-खारिज के लिए 10,000 रुपए तक घूस मांगे जाने और राशन व्यवस्था में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का जिक्र किया। ‘बिहार के लिए एक नई उम्मीद’ आनंद सिंह ने बताया कि वे इन भ्रष्टाचारों के खिलाफ संघर्ष करने और पारदर्शी प्रशासन स्थापित करने के उद्देश्य से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने जन सुराज पार्टी की विचारधारा को बिहार के लिए एक नई उम्मीद बताया। व्यवस्था को सुधारना जन सुराज का लक्ष्य उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज का लक्ष्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि व्यवस्था को सुधारना है। सिंह के अनुसार, उन्हें ऐसे बिहार की आवश्यकता है जहाँ आम आदमी को न्याय मिले और गरीब को उसका अधिकार बिना रिश्वत के प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में चल रही बदलाव की यह हवा आने वाले समय में एक नई कहानी लिखेगी। मुकाबला किसी व्यक्ति विशेष से नहीं, बल्कि भ्रष्ट व्यवस्था से सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि 14 नवंबर को बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश को जन सुराज के असली मुद्दे और जनता की ताकत का एहसास होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका मुकाबला किसी व्यक्ति विशेष से नहीं, बल्कि भ्रष्ट व्यवस्था से है। आनंद सिंह ने जनता से अपील की कि वे इस बार जाति और पैसे की राजनीति से ऊपर उठकर ईमानदारी और विकास के मुद्दे पर मतदान करें। एनडीए के शासन में हर गांव में पहुंची लाइट कैमूर की भभुआ विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी भरत बिंद ने शनिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर उन्होंने पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। नामांकन के बाद बिंद ने कहा कि उनके मुख्य मुद्दे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, रोटी, कपड़ा और मकान रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि एनडीए सरकार के नेतृत्व में विकास की रोशनी हर गांव तक पहुंची है। उन्होंने भभुआ विधानसभा क्षेत्र में स्वीकृत महत्वपूर्ण परियोजनाओं का भी जिक्र किया, जिनमें सबार गढ़ करमि चौक और सुवरा नदी पर पुल निर्माण शामिल हैं। 2020 में बने पहली बार बने विधायक भरत बिंद ने बताया कि एनडीए सरकार ने बिजली-पानी, सड़क निर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित हर क्षेत्र में काम किया है। भरत बिंद ने कहा, “हमारा लक्ष्य भभुआ को विकास की ऐसी राह पर ले जाना है, जहां हर घर में सुविधा पहुंचे और प्रत्येक युवा को रोजगार मिले।”अपने राजनीतिक सफर पर प्रकाश डालते हुए बिंद ने बताया कि वे 1990 से 2002 तक भाजपा के सदस्य रहे थे। इसके बाद, 2020 में उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी रिंकी रानी पांडे को हराकर विधायक बने। 2024 में उन्होंने भाजपा में वापसी की है और अब 2025 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के सिंबल पर मैदान में हैं।