भास्कर न्यूज | पानीपत सिवाह गांव की पंचायत ने सफाई कर्मचारी बढ़वाने और रोडवेज विभाग में रुके पड़े 2 करोड़ रुपए जारी कराने की मांग उठाई है। सरपंच का कहना है कि प्रदेश में सबसे बड़ी पंचायत होने के बाद उम्मीद से कम सहयोग मिल रहा है। गांव को मिलने वाली अन्य ग्रांट तो समय पर आ रही है, लेकिन रोडवेज विभाग ने राशि रोक रखी है। इससे गांव के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सिवाह गांव में शनिवार को महिला सरपंच सुनीता कादियान के नेतृत्व में बैठक हुई। कादियान ने कहा कि गांव में सभी शहरी सुविधाएं दी जा रही हैं। विकास कार्यों के लिए सरकार से पर्याप्त ग्रांट भी मिलती रही है। सफाई को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्त बजट नहीं है। पूरे गांव में मात्र 5 सफाई कर्मचारी हैं। इनकी संख्या बढ़ाकर 25 की जाए। गांव की आबादी से दोगुना प्रवासी मजदूर रहते हैं। जबकि गांव की जनसंख्या के अनुसार ही सरकारी ग्रांट मिलती है। यह अपर्याप्त है। जब से हरियाणा परिवहन विभाग का जिला स्तरीय बस अड्डा गांव में बना है, तभी से अधिक समस्याएं आ रही हैं। बस अड्डे के गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है। बस अड्डे का पंचायत के साथ अनुबंध हुआ था तो 40 लाख रुपए वार्षिक पंचायत को दिए जाएंगे, लेकिन 2 वर्ष ही यह राशि पंचायत को मिली थी। अभी 2 करोड़ का बकाया है। बस अड्डा बनने से समस्या बढ़ी पूर्व सरपंच रणदीप कादियान ने कहा कि इस बस अड्डे के बनने से सिवाह गांव को प्रदूषण, गंदगी और भीड़ ही मिली है। इसलिए अब समय आ गया है कि हरियाणा सरकार जिला प्रशासन पंचायती राज विभाग और हरियाणा परिवहन विभाग ही नहीं गांव का प्रत्येक नागरिक गांव को स्वच्छ बनाने में पूर्ण सहयोग दे। इस गांव को स्वच्छता के मामले में भी प्रथम स्थान पर लाया जा सकेगा। इस अवसर पर जयदीप नंबरदार, पूर्व सैनिक कल्याण संगठन के प्रधान राजवीर शर्मा, महेंद्र सिंह व राजवीर कादियान मौजूद रहे।