गुरुग्राम पुलिस को उत्तराखंड में नहीं मिला पूजा का सिर:नाले में तेज बहाव और मगरमच्छ होने से तलाशी में दिक्कत, घड़ी और छाता बरामद

गुरुग्राम की ब्यूटीशियन पूजा मंडल उर्फ झरना का सिर बरामद करने उत्तराखंड के खटीमा गई सेक्टर 5 थाना पुलिस की टीम वापस लौट आई है। आरोपी अली अहमद की निशानदेही पर पुलिस ने पूजा की घड़ी और छाता बरामद कर लिया है, लेकिन उसका सिर नहीं मिला। बरसाती नाले में पानी का तेज बहाव और मगरमच्छों की मौजूदगी में गोताखोरों को सर्च अभियान चलाने में मुश्किल आई। आरोपी अली अहमद को पांच दिन के रिमांड पर लेकर पुलिस खटीमा पहुंची थी। वहां गोताखोरों की टीम को बरसाती नाले में उतारा गया। इस समय बरसात का सीजन होने के कारण नाले में पानी का तेज बहाव है। इसके साथ इस नाले में मगरमच्छों की भी मौजूदगी है। अब पुलिस मान रही है कि सिर पानी के बहाव में बहुत आगे निकल गया या फिर कोई मगरमच्छ खा गया। मगरमच्छ खा गए होंगे सिर
जांच अधिकारी कृष्ण ने बताया कि नाले में कई बार सिर की तलाश की जा चुकी है, लेकिन वह नहीं मिला। संभावना है कि सिर पानी के साथ बह गया या मगरमच्छों ने उसे खा लिया। पुलिस अब मामले की आगे की जांच कर रही है। जानिए पूजा मर्डर केस की कहानी.. गुरुग्राम में मुलाकात, हिंदू नाम बताकर बढ़ाई नजदीकियां उत्तराखंड के सितारगंज के गौरीखेड़ा से गिरफ्तार हुए मुश्ताक अहमद ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि साल 2022 में पहली बार पूजा से उसकी मुलाकात रुद्रपुर रोडवेज बस में गुरुग्राम आते वक्त हुई थी। उसने अपना नाम अजीत बताया था। पूजा भी उत्तराखंड की रहने वाली थी, इसलिए उससे आसानी से दोस्ती हो गई। पूजा गुरुग्राम के एक स्पा सेंटर में काम करती थी। इसके बाद 2022 में उत्तराखंड में पूजा की मां बीमार हो गई थी। मां को देखने के लिए दो से तीन बार पूजा मुश्ताक की टैक्सी लेकर उत्तराखंड गई थी। इससे दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं। लिव इन में रहने लगे, झांसा देकर शादी भी की मुश्ताक ने पुलिस को बताया कि इस दौरान दोनों में नजदीकियां बढ़ीं तो लिव इन में रहने का फैसला किया। दोनों के साथ रहने से किसी को दिक्कत न हो, इसके लिए दोनों ने सितंबर 2024 में शादी भी कर ली। वह अक्टूबर 2024 में पूजा को छोड़कर अपने घर सितारगंज चला गया और रिश्तेदारी में ही एक मुस्लिम लड़की से निकाह कर लिया। इसका राज न खुले, इसके लिए वह काम होने की बात कहकर कभी गुरुग्राम और कभी सितारगंज आता-जाता रहता था। पूजा ने किया हंगामा, बनाई हत्या की प्लानिंग आरोपी के अनुसार, जब पूजा को उसकी शादी का पता चला तो उससे सहन नहीं हुआ। उसने कहा कि जब पहले शादी उससे कर ली थी तो अपनी बिरादरी में दूसरी शादी क्यों की? इस बात को लेकर वह सितारगंज तक आ गई। यहां उसने घर में हंगामा किया और पुलिस को शिकायत भी दी। मुश्ताक पूजा को लेकर अपनी बहन के घर अमाऊ गांव चला गया। उसके पीछे सद्दाम और अली अहमद भी वहीं आ गए। रात को तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। बहन ने गुमशुदगी की FIR कराई 19 दिसंबर 2024 को पूजा की बहन ने थाना सेक्टर-5 में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वह उत्तराखंड के ही गांव गोरी खेड़ा के मुश्ताक अहमद के साथ लिव-इन में रहती थी। पुलिस ने मुश्ताक अहमद की तलाश करके उसे 30 जनवरी 2025 को उत्तराखंड से पकड़ लिया। पूछताछ करने पर पता चला कि उसने पूजा की हत्या कर दी। पुलिस ने पूजा की सिर कटी लाश को उत्तराखंड में एक नहर के पुल के नीचे से बरामद किया। सिर बरामद होना अब मुश्किल दरअसल यह हत्याकांड गुरुग्राम और उत्तराखंड की पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। पूजा की हत्या के पीछे के कारणों का अभी तक सटीक पता नहीं चल सका है, लेकिन रिमांड के दौरान अली अहमद से पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद थी। पूजा के सिर की बरामदगी और हत्याकांड से जुड़े अन्य तथ्यों का खुलासा इस जांच की दिशा तय करेगा।

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