गुरुग्राम में आईएमटी मानेसर के पास गांव ख्वासपुर में रविवार रात को एक भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां एक कैंटर की खड़े ट्रक में टक्कर हो गई। इस हादसे में कैंटर के केबिन में ड्राइवर और कंडक्टर बुरी तरह फंस गए। सूचना मिलने पर मानेसर फायर स्टेशन से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और 20 मिनट की मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला। फायर स्टेशन अधिकारी ललित कुमार के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड टीम ने हादसे वाली जगह पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। कैंटर का केबिन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था और दोनों घायल व्यक्ति उसमें फंसे हुए थे। दो लोग अंदर फंसे हुए मिले प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक व्यक्ति का पैर केबिन के लोहे में फंस गया था, जबकि दूसरे के सीने पर भारी दबाव पड़ रहा था। टीम ने हाइड्रोलिक कटर, स्प्रेडर और अन्य आधुनिक रेस्क्यू उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए मात्र 20-25 मिनट के अंदर दोनों व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पुलिस आज दोनों के बयान लेगी, रात को उनकी पहचान नहीं हो पाई थी। आग लगने का खतरा था
रेस्क्यू के दौरान टीम को बहुत सावधानी बरतनी पड़ी क्योंकि कैंटर में डीजल लीक हो रहा था और आग लगने का खतरा भी बना हुआ था। फायर कर्मियों ने पहले कैंटर के इंजन को बंद किया, फिर केबिन के मुड़े हुए लोहे को काटकर दोनों को बाहर निकाला। दोनों को गहरी चोट आई दोनों घायलों को तुरंत मौके पर पहुंची एम्बुलेंस में प्राथमिक उपचार देकर नजदीकी अस्पताल भेज दिया गया। उन्हें गहरी चोटें आई हैं और कुछ हड्डियां टूटी हैं। हालांकि अभी दोनों की हालत स्थिर है। डॉक्टरों ने कहा कि समय पर रेस्क्यू होने की वजह से उनकी जान बच गई। हादसे के कारणों की जांच कर रही पुलिस फायर स्टेशन अधिकारी ललित कुमार ने बताया कि हमें जैसे ही कॉल आई, हमने एक मिनट भी गंवाए बिना दो यूनिट्स को रवाना कर दिया। हमारे जवानों ने जान की परवाह न करते हुए बहुत ही जोखिम भरा रेस्क्यू किया। दोनों व्यक्ति सुरक्षित हैं, यही हमारे लिए सबसे बड़ी खुशी है। हादसे के कारणों की जांच पुलिस कर रही है।