गुरुग्राम में साइबर हब की सड़कों पर ट्रैक्टर स्टंट:प्लास्टिक के स्प्रिंग बोलार्ड तोड़े, धुआं फैलाया, पंजाबी गानों पर रील बनाई

गुरुग्राम के पॉश इलाके साइबर हब की सड़कों पर कुछ युवाओं ने ट्रैक्टरों से खतरनाक स्टंट कर ट्रैफिक नियमों की जमकर अनदेखी की। तेज रफ्तार और लापरवाही से किए गए इन स्टंट्स ने न केवल खुद की जान को खतरे में डाला, बल्कि अन्य वाहन चालकों की सुरक्षा को भी जोखिम में डाल दिया। हरियाणवी और पंजाबी गानों पर रील बनाकर इन युवाओं ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किए, जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवाओं ने साइबर हब की व्यस्त सड़कों पर ट्रैक्टर दौड़ाए, और इस दौरान सड़क पर लगे स्प्रिंग बोलार्ड तोड़ दिए। इतना ही नहीं, ट्रैक्टरों के साइलेंसर से निकलने वाले धुएं ने आस-पास के वातावरण को भी प्रदूषित कर दिया। घटना के बाद स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। एक्सप्रेसवे पर दौड़ाए ट्रैक्टर इतना ही नहीं इन युवाओं ने दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भी ट्रैक्टर दौड़ाए, जिससे अन्य वाहन चालक डर के मारे बचते नजर आए। जबकि दोपहिया, धीमी गति के वाहन और ट्रैक्टर एक्सप्रेसवे पर प्रतिबंधित हैं। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने इस हरकत की कड़ी निंदा की है। दूसरों की जान जोखिम में डाली एक राहगीर ने बताया कि ये लोग न सिर्फ अपनी जान को जोखिम में डाल रहे थे, बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों के लिए भी खतरा बन गए। ऐसी हरकतें बिल्कुल अस्वीकार्य हैं। स्वराज ट्रैक्टर पर लिखा शेरा स्टंट करने वाले युवा हरे और लाल रंग का ट्रैक्टर लेकर पहुंचे थे। जिसमें लाल रंग के स्वराज पर शेरा लिखा हुआ था। जबकि हरे रंग के ट्रैक्टर पर स्नाइप लिखा हुआ था। शेरा पर ड्राइवर के अलावा दो और शख्स बैठे हुए थे, जो चलते समय पंजाबी गानों पर इशारे कर रहे थे। लोगों की कार्रवाई की मांग हालांकि गुरुग्राम पुलिस के संज्ञान में यह घटना नहीं है। द्वारका एक्सप्रेसवे आरडब्ल्यूए एसोसिएशन के प्रेजीडेंट यशीश यादव का कहना है कि यह घटना सोशल मीडिया की लाइक्स और फॉलोअर्स की होड़ में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और जान जोखिम में डालने की बढ़ती प्रवृत्ति है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।

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