पंजाब के अमृतसर में श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार देर रात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की भाभी लवजीत कौर को गिरफ्तार किया गया। लवजीत कौर ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंची थी। उनके खिलाफ जारी लुक आउट सर्कुलर (LOC) के चलते उन्हें एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया। लवजीत कौर को बटाला में मारे गए गैंगस्टर गोरा बरियार की हत्या मामले में अरेस्ट किया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लवजीत कौर पत्नी मनदीप सिंह के खिलाफ थाना घुमान बटाला में 26 मई 2025 में दर्ज एफआईआर नंबर 89 के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने मामले में लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था ताकि आरोपी देश से बाहर न भाग सके। लवजीत हाल ही में जग्गू भगवानपुरिया की मां की हत्या के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने भारत आई थीं। सुरक्षा एजेंसियों ने लवजीत कौर से रातभर पूछताछ की और फिर उन्हें बटाला पुलिस के हवाले कर दिया। बटाला पुलिस अब मामले की आगे की जांच कर रही है। गोरा मर्डर केस में आया नाम
गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की भाभी लवजीत कौर के खिलाफ दर्ज एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की निम्नलिखित धाराएं लगाई गई हैं। ये मामला गोरा बरियार उर्फ गुरप्रीत सिंह गोरा की हत्या से जुड़ा हुआ है। जग्गू की मां के कत्ल के तार भी इसी से जुड़े हैं। जानें कौन था गोरा बरियार गोरा बरियार का असली नाम गुरप्रीत सिंह गोरा था, जो गुरदासपुर के बरियार गांव का रहने वाला था। उसकी उम्र 33 साल थी। वह बिल्ला गोरा गैंग का सदस्य था, जिसका सीधे तौर पर बंबीहा गैंग से कोई संबंध नहीं था। लेकिन बंबीहा गैंग ने इस हत्या के बाद ही ऐलान कर दिया था कि इसके पीछे जिसका भी हाथ हुआ, उसे बख्शा नहीं जाएगा। जग्गू ने गोरा की हत्या क्यों की, ये आज तक साफ नहीं हो पाया। सूत्रों की माने तो जग्गू के इलाके में गोरा व बिल्ला गैंग पैर पसार रहे थे। जग्गू को भी यही शक था कि वे उसके दुश्मन बंबीहा गैंग के लिए काम कर रहे हैं। 26 मई को हुई हत्या के समय गोरा का साथी बिल्ला भी साथ था, लेकिन वे इसमें बच गया। पुलिस आज भी नेल्सन के अलावा किसी दूसरे को पकड़ नहीं पाई। लेकिन बंबीहा गैंग गोरा के नाम पर तीन हत्याओं को अंजाम दे चुका है। गोरा बरियार के लिए जग्गू की मां का कत्ल पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां परमजीत कौर की हत्या 27 जून 2025 को बटाला में उनके घर के बाहर गोली मारी गई थी। जिस समय ये घटना हुई, जग्गू का साथी करनवीर भी कार में मौजूद था। रात 9.15 बजे हमलावर बाइक पर सवार होकर आए थे और फायरिंग कर फरार हो गए। घटना के बाद पंजाब पुलिस ने गैंगवार की आशंका जताई थी। जांच में सामने आया कि हत्या के पीछे बंबीहा गैंग का हाथ था, जिसने गोरा की हत्या के लिए ये फायरिंग करवाई थी। लेकिन बंबीहा गैंग ने ये फायरिंग करनवीर के लिए करवाई थी और उन्हें ये जानकारी नहीं थी कि कार में जग्गू की मां भी मौजूद है।