बिहार के जाने माने कारोबारी गोपाल खेमका की शुक्रवार रात साढ़े 11 बजे के आसपास गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या से पहले खेमका रात 9 बजे बांकीपुर क्लब पहुंचे थे। वहां उन्होंने आखिरी बार कार्ड्स खेला था। खेमका यहां से रात साढ़े 11 बजे निकले थे। इसके बाद ही अपराधियों ने उनकी रेकी की और अपार्टमेंट के गेट पर उन्हें गोली मार दी। भास्कर की टीम बांकीपुर क्लब पहुंची। हम उस कमरे में गए, जहां खेमका ने आखिरी बार साढ़े 3 घंटे बिताए। पढ़िए मौत से पहले बांकीपुर क्लब में खेमका ने क्या-क्या किया… खेमका ने क्लब में पान खाया, कॉफी पी क्लब के रिसेप्शनिस्ट शरद चंद्र शर्मा ने बताया, ‘खेमका जी बांकीपुर क्लब में कल रात 9 बजे आए थे। यहां आते ही वो सीधे रूम में गए और फिर दूसरे ग्रुप के मेंबर का इंतजार कर रहे थे।’ ‘उन्होंने सबसे पहले पानी पिया, फिर पान खाया और फिर ब्लैक कॉफी पीने के लिए ऑर्डर की। उन्होंने आखिरी बार कार्ड्स खेला और फिर 11:30 बजे के करीब घर के लिए निकल गए।’ मर्डर वाली रात परेशान नहीं दिख रहे थे खेमका उनके साथ कल यानि शुक्रवार रात कार्ड खेलने वाले मेंबर अनिल पचीसिया ने बताया- ‘गोपाल रोज की तरह क्लब पहुंचे थे। वह यहां अक्सर आते थे। शुक्रवार रात को भी जब यहां पहुंचे थे, हमारे बीच आम बातचीत ही हुई।’ ‘वह किसी भी तरह से परेशान नहीं दिख रहे थे और ना हीं उन्होंने कुछ बात कही थी। हम लोग कार्ड खेलकर साथ ही क्लब से निकले थे, लेकिन उनकी गाड़ी आगे निकल गई थी।’ ‘वह आमतौर पर क्लब खुद ही गाड़ी ड्राइव करके आते थे, किसी ड्राइवर को साथ नहीं लाते थे।’ 35 साल से बांकीपुर क्लब से जुड़े थे गोपाल खेमका 1990 से बांकीपुर क्लब के मेंबर थे। वह 8 बार सेक्रेटरी और 7 बार ट्रैजरर रह चुके हैं। पिछले साल 20 दिसंबर 2024 तक वह सेक्रेटरी रहे। वर्तमान में वह डायरेक्टर थे। अभी वह क्लब का डांसिंग हॉल बनवा रहे थे। क्लब से अपार्टमेंट पहुंचते ही अपराधी ने गोली मारी क्लब से खेमका खुद कार ड्राइव कर के कटारुका अपार्टमेंट पहुंचे। क्लब से निकलने के ठीक 7 मिनट बाद उनकी गाड़ी सीधे गेट पर लगी। एक शख्स बाइक से आया। थोड़ी दूर पर गाड़ी खड़ी की और खेमका को करीब से गोली मारकर फरार हो गया। गोली की आवाज सुनकर अपार्टमेंट का गार्ड गेट खोल। खेमका खून से लतपथ मिले।क्लब से खेमका का घर करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। अब हत्या की 4 तस्वीरें देखिए… गार्ड बोला- गेट खोलने बढ़ा ही था कि गोली की आवाज आई गार्ड राम पारस ने बताया, ‘रात में गोपाल खेमका की गाड़ी की हॉर्न के बाद मैं गेट खोलने बढ़ा ही था कि गोली चलने की आवाज आई।’ ड्राइवर मनीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘घर के पास ही ऑफिस है। रात साढ़े 8 बजे वो क्लब जाने के लिए आए। यहां से हम क्लब चले गए। रात 11-11:30 बजे क्लब से लौटे और गाड़ी लगा रहे थे, तभी गोली मार दी गई।’ ड्राइवर मनीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘रात में सर क्लब जाने के लिए आए थे। उन्होंने कहा, ‘तुम मां को छोड़ दो मैं क्लब जा रहा हूं। वो अकेले कार ड्राइवर करते हुए क्लब के लिए निकल गए। पता चला कि अपार्टमेंट के गेट पर उन्हें किसी ने गोली मार दी।’ ——————————- गोपाल खेमका मर्डर केस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए… 1. पटना में बिजनेसमैन गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या:अपराधियों ने घर के बाहर सिर में मारी गोली; 7 साल पहले बेटे का हुआ था मर्डर बिहार के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका की पटना में गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी। अपार्टमेंट के गेट के ठीक सामने वारदात को अंजाम दिया गया है। घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास की है। आनन-फानन में परिजन उन्हें पटना के मेडिवर्सल अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पूरी खबर पढ़ें। 2. मेडिकल स्टोर से गोपाल खेमका ने शुरू किया था बिजनेस:प्रॉपर्टी डीलर का काम किया, पेट्रोल पंप के मालिक बने; आज 2 फैक्ट्री, अस्पताल के ऑनर बिहार के बड़े बिजनेसमैन और मगध हॉस्पिटल के मालिक गोपाल खेमका की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। गोपाल खेमका ने अपने करियर की शुरुआत दवा दुकान से की थी। ‘औषधि मेडिको’ नाम से दवा की दुकान अशोक राजपथ में शुरू की थी, आज पटना में इसके कई ब्रांच हैं। इसके बाद प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े और धीरे-धीरे अपना बिजनेस बढ़ते गए। पेट्रोल पंप का लाइसेंस लिया। आज गोपाल खेमका परिवार के पास पेट्रोल पंप, फैक्ट्री और हॉस्पिटल है।पूरी खबर पढ़ें।