गोरखपुर में युवक को घर में घुसकर लाठी-डंडों से पीटा। इतना नहीं बचाने आई गर्भवती पत्नी को धक्का दिया। उससे 25 बार उठक-बैठक कराई। इससे पत्नी की तबीयत बिगड़ गई। पति के शरीर पर कई चोट के निशान है। इस पर रविवार को पति ने आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने आरोपी रतन भारद्वाज और कुश शर्मा पर FIR दर्ज कर ली है। ये मामला गोला थाना क्षेत्र का है। अब विस्तार से पढ़िए… आरोपी दुकान छोड़ने से नाराज थे
कौवाडील गांव निवासी शिवम शर्मा (24) ने पुलिस को तहरीर दी। उसमें बताया-हम अपने गांव के ही रतन भारद्वाज के मसाले की दुकान पर काम करते हैं। हमें सैलरी के रूप में 7 हजार रुपए मिलते हैं। इतने पैसे से घर खर्च चलाना मुश्किल है। जिसके कारण हमने 10 दिन पहले दुकान मालिक से काम छोड़ने के लिए कह दिया था। 18 जुलाई की शाम 7 बजे दुकान रतन भारद्वाज और कुश शर्मा मेरे घर आए। मुझे लात-मुक्का, लाठी-डंडा, ईंट व बेल्ट से पिटाई करने लगे। इससे हमें गंभीर चोटें आई। रात तकरीबन 9:30 बजे मारपीट करने वाले लोग हमारे घर फिर आए। हमें जबरदस्ती गोला ले जा रहे थे। तब हमारी प्रेग्नेंट पत्नी खुशबु ने हाथ पकड़कर जाने से मना कर दिया। उसे भी धक्का देकर गिरा दिया। जिससे वह भी चोटिल हो गई। रतन ने मेरी पत्नी से उठक बैठक कराई। मेरी पत्नी को मारा-पीटा। इससे पत्नी की तबीयत बिगड़ गई। पिता (75) रामनाथ शर्मा भी बेटे को छोड़ने की गुहार लगाते रहे। आरोपियों ने अनसुना कर दिया। घटना से पूरा परिवार में दहशत में आ गया। गांव के लोगों के आने पर पीड़ित शिवम केस दर्ज कराने की हिम्मत जुटा सके। दुकान में अवैध असलहा रखता है
शिवम शर्मा ने बताया-रतन दुकान में हमेशा अवैध असलहा साथ रखता है। इनके पिता मुकेश शर्मा पुलिस से रिटायर्ड हैं। पिता मुकेश व चाचा मुरारी शर्मा गोला थाने के हिस्ट्रीशीटर रह चुके हैं। चाचा मुरारी पर 12 हत्या का आरोप था, जिसमें आजीवन कारावास हो गया था। जेल में मौत हो गई। पिता मुकेश एक दिवान की हत्या के मामले में 302 के आरोपी हैं। हत्या के बाद 15 माह जेल में थे। दारोगा से डिमोशन होकर सिपाही बन कर रिटायर्ड थे। थाना प्रभारी अंजुल कुमार ने बताया- पीड़ित की तहरीर पर आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है। आरोपी अभी फरार हैं। उनकी तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है।