हरियाणा के सोनीपत जिले के ब्लॉक गोहाना में सीएसआईआर-यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (CSIR-UGC NET) का पेपर लीक मामले में आरोपी धीरज और नीरज की बहन ज्योति बोली कि मेरे भाईयों को गलत तरीके से फंसाया गया है। धीरज काफी समय से बच्चों को कोचिंग दे रहा है। पुलिस भी मामले में कह चुकी है कि पेपर लीक नहीं हुआ। फिर क्यों परेशान किया जा रहा है। रोहतक सीएम फ्लाइंग की टीम ने गोहाना में 17 दिसंबर को कबड्डी एकेडमी में छापेमारी करते हुए यूजीसी नेट के प्रश्नपत्र की तैयारी करते हुए बच्चों को पकड़ा था। उनके साथ दो युवकों को भी पकड़ा गया, जिसमें गांव करौंथा निवासी नीरज पुत्र सुदर्शन और सचिन शामिल है। सीएम फ्लाइंग की तरफ से कराई गई FIIR सीएम फ्लाइंग ने मामले में पुलिस को शिकायत दी, जिसमें नीरज और सचिन के अलावा धीरज धनखड़, पवन और आशीष का नाम भी लिखवाया गया। आरोपियों में धीरज और नीरज सगे भाई है। जबकि सचिन भी गांव करौंथा में इन दोनों का दोस्त है, जो उनकी गाड़ी भी चलाता है। इस मामले में पुलिस पेपर लीक होने से इनकार कर रही है, जबकि मामले में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। साथ ही सोनीपत एसीपी के नेतृत्व में SIT गठित की गई। जिसने भी पेपर लीक होने से इनकार किया है। जबकि सीएम फ्लाइंग की तरफ से पेपर मैच करने के बाद ही एफआईआर दर्ज करवाई गई है। मेरे भाइयों को गलत फंसाया, फंसना किसी और को था गांव करौंथा में धीरज की बहन ज्योति ने बताया कि पेपर लीक मामल बोलकर धीरज और नीरज को गलत फंसाया जा रहा है। जबकि इस मामले में किसी और को फंसना था। धीरज काफी समय से बच्चों को कोचिंग दे रहा है। पहले रोहतक में एकेडमी भी थी और अब ऑनलाइन बच्चों को पढ़ाता है। 17 दिसंबर से है धीरज गायब ज्योति ने बताया कि उसका बड़ा भाई धीरज और छोटा भाई नीरज 17 दिसंबर से गायब है। इसके बारे में जब पुलिस को शिकायत करने गए तो पता चला कि नीरज पुलिस की कस्टडी में है। वहीं, धीरज के बारे में अभी पता नहीं है। पुलिस का कहना है कि शिकायत देने का कोई फायदा नहीं, क्योंकि नीरज पुलिस के पास है और धीरज की तलाश कर रहे हैं। एमटेक पास है धीरज, नीरज ने कर रखी एमए ज्योति ने बताया कि धीरज काफी समय से बच्चों को कोचिंग देने का काम कर रहा है। धीरज खुद एमटेक पास है, जबकि छोटा भाई नीरज एमए पास है और दिल्ली के अंदर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है। दोनों की शादी हो चुकी है। वहीं, उनके पिता सुदर्शन सेवानिवृत्त पटवारी है, जो अब घर में ही रहते हैं। धीरज और नीरज ने नहीं किया कोई गलत काम ज्योति ने बताया कि उसके बड़े भाई धीरज और छोटे भाई नीरज ने कोई गलत काम नहीं किया है। वह तो बच्चों को परीक्षा की तैयारी करवा रहे थे। काफी समय से धीरज बच्चों को पढ़ा रहा है। आज तक कभी कोई गलत काम नहीं किया। उन्हें जानबूझकर फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। गांव करौंथा के लोग कुछ भी बोलने से घबरा रहे पेपर लीक मामले में गांव करौंथा के लोग धीरज और नीरज को अच्छा बता रहे है, लेकिन अंदर ही अंदर कुछ भी बोलने से घबरा रहे है। लोगों का कहना है कि धीरज और नीरज का व्यवहार अच्छा रहा है और परिवार भी अच्छा है। लोगों ने यह भी कहा कि उनका कहीं नाम न लिखे, क्योंकि उन्हें किसी पंगे में नहीं फंसना। FIR में 37 स्टूडेंट, पुलिस ने बताया 15-16 सीएम फ्लाइंग की तरफ से सदर थाना गोहाना में दर्ज करवाई गई FIR में पकड़े गए स्टूडेंट की संख्या 37 बताई गई, जिसमें 28 छात्राएं और 9 छात्र है। वहीं, एसीपी राहुल देव ने पत्रकारवार्ता कर पकड़े गए स्टूडेंट की संख्या 15-16 बताई और पेपर लीक होने की बात से भी इनकार किया है। एसीपी ने मामले को ठगी का बताया है। सीएम ने भी पेपर लीक से किया इनकार सीएम नायब सैनी ने भी इस मामले में ट्विट करते हुए लिखा कि CSIR UGC NET का पेपर लीक नहीं हुआ। यह भ्रम फैलाया जा रहा है। परीक्षा पारदर्शी तरीके से नियमों के अनुसार ही हुई है। पेपर लीक की खबरें पूरी तरह से भ्रामक, गलत और तथ्यहीन है।