चंडीगढ़ की हल्लोमाजरा पुलिस चौकी में नेशनल यूथ अवार्डी रोहित कुमार के साथ हुई मारपीट मामले की सुनवाई के दौरान पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ पुलिस पर सख्ती दिखाई है। कोर्ट ने चंडीगढ़ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) को निर्देश दिया है कि वह जांच करें कि क्या चंडीगढ़ के सभी थानों और चौकियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार सीसीटीवी कैमरे लगे हैं या नहीं और क्या वे पूरी तरह से काम कर रहे हैं। कोर्ट ने CJM को आदेश दिया कि वे यह रिपोर्ट हाईकोर्ट में आदेश की प्रति मिलने के 8 हफ्तों के भीतर सौंपें। अब इस मामले की अगली सुनवाई 5 अगस्त 2025 को होगी। यह आदेश ASI सेवा सिंह, ASI रणजीत और कांस्टेबल दीपक द्वारा की गई कथित मारपीट के बाद दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान आया। इन तीनों पुलिसकर्मियों को SSP कंवरदीप कौर द्वारा 28 मार्च को सस्पेंड कर दिया गया था और उनके खिलाफ 16 मई से विभागीय जांच शुरू की गई है। कोर्ट ने कहा है कि अगली सुनवाई तक पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट कोर्ट के समक्ष पेश की जाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन हो हाईकोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2021 में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि देश के हर पुलिस थाने और चौकी में सीसीटीवी कैमरे होने चाहिए, जो न सिर्फ वीडियो बल्कि ऑडियो रिकॉर्डिंग भी करें और इनकी रिकॉर्डिंग कम से कम एक साल तक सुरक्षित रखी जाए। कोर्ट ने आदेश दिया कि CJM यह भी जांच करें कि क्या चंडीगढ़ पुलिस इन आदेशों का पालन कर रही है। सीसीटीवी फुटेज से मिल सकता है सच याचिकाकर्ता के वकील हरमनजोत सिंह गिल ने अदालत में मांग की कि हल्लोमाजरा पुलिस चौकी की सीसीटीवी फुटेज को जांच में शामिल किया जाए क्योंकि यही फुटेज घटना की सच्चाई सामने ला सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ पुलिस खुद इस मामले की जांच कर रही है, जो निष्पक्ष नहीं मानी जा सकती। लड़कियों की मदद करने गया था पुलिस चौकी रोहित ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वो 15 मार्च को अपने दोस्त गोबिंद के साथ दो लड़कियों की मदद के लिए हल्लोमाजरा चौकी पहुंचे थे। ये दोनों लड़कियां अपने पिता पर शारीरिक शोषण के आरोप लगाकर शिकायत देने आई थीं। चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने जब लड़कियों की बात सुनी तो उनके साथ संवेदनशील व्यवहार करने के बजाय थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। जब रोहित और गोबिंद ने पुलिस से विरोध किया और मानवता से पेश आने की बात कही तो पुलिसकर्मी भड़क गए और दोनों युवकों को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। रोहित ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें जमीन पर लेटाकर डंडों से इतना मारा कि वह बेहोश हो गए। उनके अंगूठे में फ्रैक्चर हुआ, चेहरे व सिर में सूजन आई और रीढ़ की हड्डी में असहनीय दर्द है। वीडियो फुटेज में भी रोहित घायल अवस्था में जमीन पर पड़ा दिखाई दे रहा है। आरोप है कि पुलिसकर्मी नशे की हालत में थे और उन्होंने लड़कियों की मां व भाई से भी मारपीट की।