चंडीगढ़ पहुंचे दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा:बोले-AAP ने पहले दिल्ली लूटी, अब पंजाब लूट रही; लाल किले पर मनाया जाएगा शहीदी दिवस

दिल्ली की बीजेपी सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा आज यानी बुधवार को चंडीगढ़ भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने कई अहम मुद्दों पर बातचीत की। मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा- जब से हमारी सरकार दिल्ली में बनी है, तब से हमारी सरकार दिल्ली में लगातार काम कर रही है। आज पंजाब में वो सरकार है जिसने 10 सालों तक दिल्ली को बर्बाद किया। वही पार्टी पंजाब को बर्बाद करने में लगी हुई है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा- पहले दिल्ली को आम आदमी पार्टी ने दोनों हाथों से लूटा और अब पंजाब को लूटा जा रहा है। कल यानी मंगलवार हुई कैबिनेट बैठक में हमारी सरकार ने एक अहम फैसला लिया। जिससे मैं जनता को अवगत करवाना चाहता हूं। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब का 350 साल का शहीदी दिवस को देखते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की देखरेख में भव्य आयोजन किया जाएगा। इस साल नवंबर माह में होने वाले शहीदी दिवस पर ये आयोजन किया जाएगा। लाल किले पर शहीदी दिवस पर होगा दो दिन का कार्यक्रम मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा- इससे पहले दिल्ली की सरकारों ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को लेकर कोई भी ऐसा काम नहीं किया और उन्हें अनदेखा किया गया। इस भारी दिन को देखते हुए हमारी सरकार दिल्ली में लाल किले पर ये दो दिन का समागम आयोजित करेगी। उक्त शो में शहीदों की जानकारी और लाइट एंड साउंड शो किया जाएगा। जिससे लोगों को सिख गुरुओं के इतिहास से अवगत करवाया जा सके। दिल्ली के सभी संस्थानों में पढ़ाया जाएगा सिख इतिहास सिरसा ने आगे कहा- ये सिर्फ उक्त जगह तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों में भी इस इतिहास की जानकारी दी जाएगी। साथ ही 350वें शहीदी दिवस को देखते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी की ओर से भी एक सराहनीय कदम उठाया गया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा ये एक कोर्स ऐसा लाया गया है, जिसमें सिखों के इतिहास के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। पंजाब सरकार को भी संस्थानों में सिखों के इतिहास को पढ़ाना चाहिए- सिरसा मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा- जैसा दिल्ली सरकार अपने सभी संस्थानों में इस इतिहास को पढ़ा ही हैं, वैसे ही हम चाहते हैं कि पंजाब सरकार भी पंजाब में इस इतिहास को पढ़ाए। सिर्फ पंजाब के सरकारी ही नहीं, बल्कि प्राइवेट संस्थानों को भी इस इतिहास को पढ़ाना चाहिए। दिल्ली में एक ऐसा जंगल बनाया जा रहा है, जो पूर्व रूप से श्री गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित होगा।

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