चंडीगढ़ में एक बुजुर्ग से ईडी अधिकारी बनकर 52 लाख की साइबर ठगी के मामले में चंडीगढ़ साइबर सेल ने एक आरोपी को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान यदुनंदन शर्मा के रूप में हुई है। वह लुधियाना के सूडन मोहल्ला, देरसी रोड का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 308, 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को डीएसपी वेंकटेश और साइबर सेल इंचार्ज इंस्पेक्टर इरम रिजवी की अगुआई में पुलिस टीम ने पकड़ा है। शिकायतकर्ता खुद प्राइवेट जॉब करता है और उसकी पत्नी रिटायर टीचर है, जो चंडीगढ़ में सरकारी टीचर थी। उनके दो बच्चे हैं, बेटा और बेटी, जो गुरुग्राम में कंपनी में काम करते हैं। खुद को बताया ईडी अधिकारी साइबर सेल ने बताया कि यह मामला 27 अक्टूबर 2025 को सेक्टर-45 निवासी एक वरिष्ठ नागरिक की शिकायत पर दर्ज किया गया था। पीड़ित को वॉट्सऐप कॉल के जरिए ठगों ने पहले खुद को ट्राई (TRAI) अधिकारी बताया। इसके बाद कॉल करने वालों ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ED) का अधिकारी बताकर डराया कि उनका मोबाइल नंबर मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हुआ है और उनके खिलाफ मुंबई के कोलाबा थाने में केस दर्ज है। ठगों ने पीड़ित को 27 अक्टूबर से 12 नवंबर 2025 तक लगातार फर्जी वीडियो निगरानी में रखा। इस दौरान नकली सरकारी दस्तावेज, फर्जी कोर्ट रूम का दृश्य दिखाया गया और बार-बार गिरफ्तारी की धमकी दी गई। व्हाट्सऐप कॉन्फ्रेंस कॉल पर एक अन्य व्यक्ति को ईडी डायरेक्टर बताकर भी बात करवाई गई। इस मानसिक दबाव में आकर पीड़ित ने ठगों के बताए अनुसार 52 लाख रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए। पुलिस ने 28 लाख करवाए होल्ड जांच के दौरान पुलिस ने संबंधित बैंकों से खातों की केवाईसी जानकारी जुटाई। साइबर पोर्टल के माध्यम से पीड़ित के करीब 28 लाख रुपए होल्ड करवा दिए गए। बाकी रकम कई खातों में ट्रांसफर पाई गई। जांच में पता चला कि 5 लाख रुपये यदुनंदन शर्मा के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए थे। आरोपी ने यह रकम सेल्फ चेक के जरिए निकाल ली थी। इसके बाद साइबर क्राइम टीम ने लुधियाना में दबिश देकर 25 दिसंबर 2025 को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।