साइबर ठग कभी सीबीआई अफसर, कभी जज तो कभी बैंक का अफसर बनकर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला चंडीगढ़ में सामने आया है, जहां एक महिला को बैंक कर्मचारी बनकर एक कॉल आई और उसके खाते से 6.13 लाख निकाल लिए गए। पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर 44 की रहने वाली विद्यावती ने बताया कि उसे एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर खुद को बैंक कर्मचारी बताया और कहा कि उनके बैंक खाते की केवाईसी अपडेट करनी है। इसके बाद उसे एक फॉर्म भेजा गया और उसमें निजी जानकारी भरने को कहा गया। डिटेल लेते ही मोबाइल किया हैक पुलिस को शिकायत में विद्यावती ने बताया कि 14 जून को उसे एक और फोन आया, जिसमें कॉलर ने उसके आधार कार्ड के आखिरी चार अंक पूछे। और उसने उसे बता दिए, जिसके बाद जब वह अपना फोन चलाने की कोशिश करने लगी तो उसका मोबाइल फोन नहीं चल रहा था और उसका फोन हैक हो गया। काफी देर तक वह फोन को ठीक करने की कोशिश करती रही लेकिन उसका फोन ठीक नहीं हुआ। काफी देर के बाद जाकर उसका फोन ठीक हुआ तो उसके मोबाइल फोन में मैसेज आए हुए थे। जब उसने चेक किए तो उसके पंजाब नेशनल बैंक, यस बैंक और केनरा बैंक — तीनों खातों से 9 अलग-अलग IMPS ट्रांजैक्शन के जरिए 6,13,200/- की रकम निकाल ली गई थी। इन धाराओं में दर्ज की एफआईआर साइबर सेल सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन ने मामले में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराओं 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) और 61(2) के तहत केस दर्ज करने के लिए अनुमति मांगी है। ऐसे बचे साइबर ठगी से…. किसी भी अज्ञात कॉल पर बैंक डिटेल, OTP, पासवर्ड, आधार नंबर जैसी निजी जानकारी साझा न करें। बैंक कर्मचारी बनकर कॉल करने वालों से सतर्क रहें, कोई भी बैंक कभी कॉल पर जानकारी नहीं मांगता। अनजान लिंक, ऐप या फॉर्म डाउनलोड न करें। केवाईसी के नाम पर आए मैसेज या कॉल से सावधान रहें। केवल आधिकारिक वेबसाइट या एप्लिकेशन पर ही बैंकिंग करें। फोन में एंटीवायरस और सिक्योरिटी सेटिंग अपडेट रखें। ठगी होने पर तुरंत पुलिस को शिकायत दर्ज करें।