भीषण गर्मी से परेशान चंडीगढ़ वासियों को आखिरकार कुछ राहत मिली है। पिछले 2 दिनों से सुबह और देर रात हुई हल्की बारिश ने जून की झुलसा देने वाली गर्मी को कुछ हद तक कम किया है। मंगलवार रात करीब 12 बजे हुई हल्की बारिश और सोमवार रात से मंगलवार तक हुई कुल 3.6 मिलीमीटर वर्षा से शहर के तापमान में 6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। एयरपोर्ट इलाके में अधिकतम तापमान गिरकर 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जबकि सेक्टर-39 स्थित मौसम विज्ञान केंद्र में यह 31 डिग्री रहा। न्यूनतम तापमान भी सोमवार की तुलना में 2 डिग्री गिरकर 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक 20 जून के बाद से शहर में अच्छी बारिश के आसार हैं। इस बार की रातें पिछले 10 वर्षों में सबसे गर्म इस वर्ष की गर्मी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रात के समय भी तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है। मंगलवार को रात का तापमान 25.1 डिग्री रहा, जो पिछले 10 वर्षों के मुकाबले सबसे अधिक है। उदाहरण के लिए, 6 जून 2016 को रात का तापमान 21 डिग्री और 1 जून 2020 को 21.1 डिग्री रहा था। ऐसे में इस बार की गर्म रातें मौसम वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं। मौसम विभाग के अनुसार मानसून इस बार तेजी से आगे बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में 120 दिनों तक रुका रहने के बाद मानसून अब गुजरात और मध्य प्रदेश के आधे हिस्से तक पहुंच चुका है। वहीं बंगाल की खाड़ी से उठने वाली हवाओं की मदद से यह आधे बिहार तक भी पहुंच गया है। अनुमान है कि 21 जून के आसपास मानसून चंडीगढ़ समेत पूरे उत्तर भारत में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा और अच्छी बारिश देखने को मिलेगी। नगर निगम की तैयारी, 18 विशेष टीमें गठित मानसून के दौरान जलभराव और बारिश से उत्पन्न आपात स्थितियों से निपटने के लिए चंडीगढ़ नगर निगम पूरी तरह सतर्क है। नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने 18 विशेष बाढ़ नियंत्रण टीमें गठित की हैं, जो 20 जून से 30 सितंबर तक सक्रिय रहेंगी। इसके अलावा शहरभर में 7 जलभराव नियंत्रण कक्ष 24×7 कार्यरत रहेंगे। इन नियंत्रण कक्षों में तीन शिफ्टों में टीमें काम करेंगी और नागरिक जलभराव की शिकायत समर्पित हेल्पलाइन नंबरों पर दर्ज करा सकेंगे। हर कक्ष में फील्ड मैनेजर, मल्टी-टास्क वर्कर्स और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे। विभागों की जिम्मेदारियां इस प्रकार तय की गईं: 18 आपातकालीन टीमें: सार्वजनिक स्वास्थ्य, बीएंडआर, बागवानी, विद्युत, अग्निशमन और एमओएच विभागों की संयुक्त टीमें बनाई गई हैं। फायर ब्रिगेड स्टाफ: आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित कर्मियों को प्रमुख स्थलों पर तैनात किया जाएगा। बीएंडआर विभाग: ढहने वाले स्थलों की बैरिकेडिंग की जिम्मेदारी निभाएगा। पानी के टैंकर: 5 टैंकर ड्राइवर चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगे। छुट्टियां रद्द: मानसून अवधि में किसी भी कर्मचारी को आकस्मिक या अर्जित छुट्टी नहीं मिलेगा। 18 जून से हर दो हफ्ते में चलेगा सफाई अभियान चंडीगढ़ नगर निगम ने फैसला लिया है कि 18 जून से शहर के सभी इलाकों में हर दो हफ्ते (पखवाड़े) में सफाई अभियान चलाया जाएगा। इस सफाई का मकसद है कि बारिश के दिनों में पानी ना भरे, मच्छर ना पनपे और बीमारियां ना फैलें। नगर निगम की टीमें सड़कों, नालियों और गंदगी वाले जगहों की अच्छे से सफाई करेंगी। कचरे को सही तरीके से अलग करके निपटाया जाएगा।