चंडीगढ़ में डीसी रेट्स को लेकर सरकार की चुप्पी के विरोध में 10 जुलाई को नगर निगम कर्मचारियों और वर्करों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन की तैयारी के तहत सेक्टर-4 में मेंटिनेंस बूथ, सेक्टर-25, और पंजाब सचिवालय में वर्करों की बैठकें हुईं। इस दौरान कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। महासचिव राकेश कुमार ने बताया कि यह प्रदर्शन कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलाइज एंड वर्कर्स चंडीगढ़ के बैनर तले किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मीटिंग में बिजली विभाग, पब्लिक हेल्थ और अन्य यूनियनों के वर्करों ने हिस्सा लिया और मांग की कि वर्ष 2025-26 के लिए डीसी रेट्स को तुरंत रिवाइज कर जारी किया जाए। 3 माह बीते नहीं बढ़े डीसी रेट्स राकेश कुमार ने बताया कि डीसी ऑफिस ने 10 जून तक सभी विभागों से ग्रेड पे की जानकारी मांगी थी, जो पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद अब तक रेट्स जारी नहीं किए गए हैं, जिससे वर्करों में भारी रोष है। उन्होंने मांग की कि रेट्स को बढ़ाते समय चंडीगढ़ की पर कैपिटा इनकम, महंगाई और डीए को भी ध्यान में रखा जाए। वरिंदर बिष्ट (इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन चेयरमैन), प्रदीप सिंह (पब्लिक हेल्थ यूनियन), बिजली विभाग से किशोरी लाल और सुखविंदर सिंह ने कहा कि कोरोना काल में भी डीसी रेट्स नहीं बढ़ाए गए थे, जिससे वर्करों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। इसलिए इस बार कम से कम 10% बढ़ोतरी जरूरी है। प्रशासन पर उठे सवाल वर्करों ने यह भी कहा कि डीसी रेट्स हर साल 1 अप्रैल से रिवाइज किए जाते हैं, लेकिन अब तीन महीने से अधिक बीत जाने के बावजूद न तो रेट्स बढ़ाए गए और न ही किसी प्रकार की सूचना दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने परंपरागत बढ़ोतरी के मापदंड जैसे इनकम, महंगाई और डीए को भी नजरअंदाज कर दिया है, जिससे सभी वर्गों को बराबर लाभ नहीं मिल पा रहा है।