चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को मेंटेनेंस यार्ड से आ रहे एक इंजन के दो पहिए रेलवे ट्रैक से उतर गए। हादसे के बाद तुरंत मरम्मत कार्य शुरू किया गया और कुछ ही समय में इंजन को दोबारा ट्रैक पर चढ़ा दिया गया। इसके बाद मालगाड़ी में ट्रैक्टर लोड कर समस्तीपुर के लिए रवाना कर दिया गया। इंजन के ट्रैक से नीचे उतरने के कारणों की जांच की जा रही है। रेलवे के अधिकारी अगले दो या तीन दिन में इसकी विस्तृत रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे। इंजन के पटरी से उतरने के कारण ऊंचाहार एक्सप्रेस ट्रेन डेढ़ घंटा लेट हुई। हादसा दोपहर को करीब 3 बजे हुआ। क्रेन के जरिए इंजन को ट्रैक पर लाया गया
रेलवे के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार ने बताया कि एनएमजी रैक मेंटेनेंस यार्ड से लोडिंग ट्रैक पर आ रही थी। इसमें ऑटो मोबाइल वाहन को लोड किया जाना था। जैसे ही यह रैक यार्ड से बाहर निकला तो इंजन के साइड के दो पहिए ट्रैक से नीचे उतर गए। तभी विशेष क्रेन के जरिए इंजन को ट्रैक पर लाया गया और गाड़ी को लोड किया जा सका। डेढ़ घंटे लेट पहुंची ऊंचाहार एक्सप्रेस
रेल इंजन के पटरी से उतर जाने के कारण चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। बताया जा रहा है कि इसी ट्रैक से प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर आने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस करीब डेढ़ घंटे की देरी से प्लेटफॉर्म पर पहुंची और आगे रवाना हुई। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर में हादसा, जांच में जुटी रेलवे टीमें
दोपहर में हुए इस हादसे के तुरंत बाद रेलवे के इंजीनियरिंग विंग की टेक्निकल टीमें मौके पर पहुंचीं। उन्होंने इंजन के पटरी से उतरने के कारणों की जांच शुरू कर दी है। रेलवे लाइन की स्थिति और तकनीकी पहलुओं की बारीकी से माप लेकर जांच की जा रही है।