चंडीगढ़ ESI डिस्पेंसरी में स्टाफ की कमी:सेक्टर-23 व 29 डिस्पेंसरी में हालात खराब, HMS ने स्वास्थ्य सचिव को लिखा पत्र

चंडीगढ़ में कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा के लिए स्थापित की गई ईएसआई (कर्मचारी राज्य बीमा) डिस्पेंसरियों में स्टाफ की भारी कमी को लेकर हिंद मजदूर सभा (एचएमएस) ने गंभीर चिंता जताई है। एचएमएस के वाइस प्रेजीडेंट कश्मीर चंद ने चंडीगढ़ प्रशासन के स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर सेक्टर-23 और 29 स्थित ईएसआई डिस्पेंसरी में फैली अव्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति का मुद्दा उठाया है। एचएमएस द्वारा भेजे गए पत्र में बताया गया है कि सेक्टर-29 स्थित ईएसआई डिस्पेंसरी में स्वीकृत स्टाफ के मुकाबले कार्यरत स्टाफ बहुत कम है। उदाहरण के तौर पर, यहां 13 मेडिकल अफसर के पद स्वीकृत हैं लेकिन फिलहाल केवल 3 ही तैनात हैं। 19 फार्मासिस्ट के पदों में से सिर्फ 7 पर ही स्टाफ कार्यरत है। स्टाफ नर्स और लैब तकनीशियन जैसे अहम पदों पर भी कोई नियुक्ति नहीं की गई है। आरटीआई से भी नहीं मिली जानकारी एचएमएस ने बताया कि 21 अप्रैल को डाली गई एक आरटीआई के जवाब में भी अधूरी जानकारी दी गई, जिससे इन संस्थानों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता की कमी साफ नजर आती है। एक आंतरिक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि वार्ड सेवक (11 में से सिर्फ 5 कार्यरत) और स्वीपर (7 में से सिर्फ 2 कार्यरत) जैसे पद भी आधे से कम स्टाफ पर चल रहे हैं, जिससे साफ-सफाई और संचालन पर बड़ा असर पड़ रहा है। इसके अलावा 10 लिपिक पदों में से केवल एक ही कार्यरत है और 5 एएनएम (ऑक्ज़िलरी नर्स मिडवाइफ) के पदों में से केवल एक पर नियुक्ति हुई है। प्यून, मेड और माली जैसे अन्य सहायक पद भी खाली पड़े हैं। हालांकि चौकीदार के सभी 4 पद भरे गए हैं। सेक्टर-23 डिस्पेंसरी में नहीं डॉक्टर पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि सेक्टर-23 स्थित ईएसआई डिस्पेंसरी में कोई डॉक्टर तैनात नहीं है, जबकि वहां लंबे समय से मज़दूर वर्ग द्वारा चिकित्सा सुविधा की कमी की शिकायतें की जा रही हैं। कश्मीर चंद ने कहा कि सरकार की इस लापरवाही के कारण गरीब और मेहनतकश वर्ग के कर्मचारियों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। एचएमएस ने मांग की है कि जितने भी पद मंजूर किए गए हैं, उन्हें जल्दी से जल्दी भरा जाए और डिस्पेंसरियों की जरूरी सुविधाएं भी बेहतर की जाएं। संगठन ने सुझाव दिया है कि वहां एक लैब बनाई जाए, दवाइयां देने के काउंटर बढ़ाए जाएं और सफाई कर्मचारियों की संख्या भी पूरी की जाए, ताकि सफाई और कामकाज अच्छे से हो सके। एचएमएस ने प्रशासन से मांग की है कि इन डिस्पेंसरियों की मूल भावना — मजदूर वर्ग को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना — को बचाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।

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