चंडीगढ़ PGI से सारंगपुर एलिवेटेड रोड को मिली मंजूरी:70 करोड़ से बनेगी 1.75 KM लंबी स्ट्रेच, खुड्डा लाहौरा-खुड्डा जस्सू के ऊपर से फ्लाईओवर

चंडीगढ़ में करीब 5 साल की देरी के बाद आखिरकार पीजीआई से सारंगपुर तक बनने वाले एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को चंडीगढ़ हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी (CHCC) से मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की पहली बड़ी सफलता मानी जा रही है। लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह प्रोजेक्ट PGI से न्यू चंडीगढ़ के बीच लगातार बढ़ते ट्रैफिक को कम करने के मकसद से तैयार किया गया है। कुल 1.75 किलोमीटर लंबे इस रूट में से करीब 1.3 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड (ऊंचा) बनाया जाएगा, जो खुड्डा लाहौरा और खुड्डा जस्सू जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों से होकर गुजरेगा। ड्राइंग भेजी जाएगी अर्बन प्लानिंग डिपार्टमेंट को चीफ इंजीनियर सीबी ओझा ने बताया कि हेरिटेज कमेटी की मंजूरी के बाद अब इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट इस प्रोजेक्ट की ड्राइंग तैयार करेगा और उसे चंडीगढ़ अर्बन प्लानिंग डिपार्टमेंट व चीफ आर्किटेक्ट ऑफिस को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद जरूरत पड़ी तो प्रोजेक्ट के लिए कंसल्टेंट की मदद ली जाएगी, अन्यथा सीधे टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अप्रैल में इस प्रोजेक्ट को लेकर नई प्रक्रिया शुरू हुई इस एलिवेटेड रोड का प्रारंभिक प्लान साल 2020 में तैयार हुआ था। प्रशासन ने तब इंफ्रा कॉन प्राइवेट लिमिटेड को तकनीकी कंसल्टेंट नियुक्त किया था, जिसने पूरी संभावनाएं तलाश कर एक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी थी। लेकिन 2023 में प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर के चलते इस योजना को रोक दिया गया था। लगातार बढ़ते ट्रैफिक को लेकर ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में फिर से एलिवेटेड रोड का सुझाव आया। डीसी चंडीगढ़ निशांत कुमार यादव ने इस पर गंभीरता दिखाई और पुरानी योजना को दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया तेज की। इसके बाद अप्रैल 2025 में इस प्रोजेक्ट को लेकर नई प्रक्रिया शुरू हुई। जुड़ेगी बोटेनिकल गार्डन से एलिवेटेड रोड की शुरुआत PGI से आगे खुड्डा लाहौरा पुल से होगी, जो खुड्डा जस्सू बाजार, दुकानों, स्कूलों और घनी आबादी वाले क्षेत्रों से होकर सारंगपुर के बोटेनिकल गार्डन के पास मौजूदा सड़क से जुड़ेगी। भीड़भाड़ और संकरी सड़कों के कारण यहां एलिवेटेड स्ट्रक्चर जरूरी माना गया। इस मार्ग पर भविष्य में मनीमाजरा से होते हुए मेट्रो कॉरिडोर भी प्रस्तावित हैं। ऐसे में प्रशासन ने योजना बनाई है कि जहां आवश्यकता होगी, वहां डबल डेकर स्ट्रक्चर बनाया जाएगा। यानी एक लेवल पर मेट्रो कॉरिडोर और दूसरे पर एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी। रोड की चौड़ाई करीब 19 मीटर तय की गई है।

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