हिमाचल प्रदेश के चंबा में भारी बारिश का असर पर्यटन पर दिखने लगा है। जिले में टूरिस्टों की भारी गिरावट आई है। यह कहना है एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा का। पर्यटन स्थल और मंदिर सूने पड़े भी हैं। सबसे ज्यादा असर भरमौर पर दिख रहा है। मई में यहां पर्यटकों की संख्या अचानक बढ़ी थी। शिमला, कुल्लू-मनाली में हुई बारिश और तबाही ने भरमौर के पर्यटन को प्रभावित किया है। पहले स्थिति यह थी कि गाड़ियों की पार्किंग के लिए जगह नहीं मिल रही थी। गेस्ट हाउस और होम स्टे पूरी तरह भरे हुए थे। भरमौर में खेती सूख रही
महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ से पर्यटक यहां ठंडी हवा का आनंद लेने आ रहे थे। जहां प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश से तबाही मची है, वहीं भरमौर में कई महीनों से सूखे की स्थिति है। किसानों की फसलें खेतों में सूख रही हैं। 15 अगस्त से उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा शुरू होगी। इस यात्रा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु मणिमहेश डल झील के दर्शन और स्नान के लिए आते हैं। इस दौरान स्थानीय लोग सड़क किनारे अपने उत्पाद बेचकर आजीविका चलाते हैं। एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा है कि प्रदेश के दूसरे हिस्सों में हुई भारी बारिश और तबाही के कारण यहां पर पर्यटकों की तादाद काफी कम हो गई है। मनीमहेश यात्रा के सफल आयोजन को लेकर सभी विभागों को कह दिया गया है और यात्रा के सफल संचालन के लिए तैयारियां अंतिम चरणों में है।