जंगली भैंसे का हमला, महिला की मौत:वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के पास खेत में काम कर रही थी, परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के पास गोवर्धन थाना क्षेत्र के चंपापुर गांव में एक जंगली भैंसे (गौर) ने महिला पर हमला कर दिया। आज इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान उरांव उर्फ इंद्रजीत उरांव की पत्नी सोनिया देवी (38) के रूप में हुई है। सोनिया देवी गांव के समीप अपने खेत में मंगलवार देर शाम काम कर रही थी। इसी दौरान जंगल की ओर से एक गौर निकलकर खेत में आ गया और महिला पर अचानक हमला कर दिया। हमले में वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। आनन-फानन में परिजन और ग्रामीणों ने उसे इलाज के लिए बेतिया अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। डुमरी रेंज के रेंजर उत्तम कुमार ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब सोनिया देवी खेत में काम कर रही थी और जंगली गौर खेत की ओर आ गया। इसी दरमियान महिला पर हमला बोल दिया। वहीं गोवर्धन थाना अध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। फिलहाल मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है। मुआवजे की मांग पर अड़े परिजन इधर, घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। परिजन मुआवजे की मांग को लेकर शव को घर पर रखे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और सहायता दी जानी चाहिए।ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल मुआवजे की घोषणा और प्रभावित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। फिलहाल प्रशासनिक अधिकारियों की टीम गांव में मौजूद थी और समझाने-बुझाने का प्रयास कर रही थी। बढ़ रही है गौर की संख्या वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) बिहार का एकमात्र टाइगर रिजर्व है, उसमें पिछले कुछ वर्षों से जंगली भैंसे (गौर) की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2022 की गणना के अनुसार गौरो की अनुमानित संख्या 150-200 के बीच बताई गई है। गौर आमतौर पर शर्मीले और शांत प्रवृत्ति के जानवर होते हैं, लेकिन अगर उन्हें उकसाया जाए या वे खुद को खतरे में समझें, तो यह अत्यधिक आक्रामक और घातक हो सकते हैं। विशेषकर फसल के पास, गांवों के किनारे या अकेले नर गौर अधिक हमलावर स्वभाव के होते हैं। गौर का वजन 800 किलो से लेकर 1 टन तक हो सकता है।

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