जगराओं में कूड़े की समस्या पर बैठक में हंगामा:नगर कौंसिल में दो घंटे चली बहस, कोई समाधान नहीं; सचिव ने पार्षदों को ‘निकम्मा’ कहा

लुधियाना के जगराओं में कूड़े और विकास के मुद्दे पर बुलाई गई नगर कौंसिल की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। एसडीएम करणवीर सिंह के आदेश पर विधायक सर्वजीत कौर माणूके की अगुआई में आयोजित बैठक करीब 2 घंटे तक चली। बैठक में मौजूद सभी पार्षद एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। विधायक के सामने ऊंची आवाज में बोलकर एक-दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश करते रहे। नगर कौंसिल प्रधान जतिंदर पाल राणा और उनके भाई पार्षद धर्मेंद्र पाल सिंह राजू के प्रश्नों पर विधायक के समर्थक पार्षद जवाब देने से पहले ही माहौल खराब कर देते थे। एसडीएम जगराओं ने नगर सुधार सभा के सभी सदस्यों को भी नोटिस भेजकर बुलाया था। शुरुआत में नगर सुधार सभा के प्रधान मास्टर अवतार सिंह और सचिव कामरेड कमलजीत खन्ना ने शहरवासियों के पक्ष में बोलने की कोशिश की। लेकिन पार्षदों ने उनकी बात सुने बिना ही उन्हें बैठने को कहा। नगर सुधार सभा के सचिव ने 23 पार्षदों को निकम्मा कहा
पूरे दो घंटे में न तो कूड़े की समस्या का कोई समाधान निकला और न ही शहर के विकास कार्यों पर कोई ठोस निर्णय हुआ। अंत में नगर सुधार सभा के सचिव कमलजीत खन्ना ने विधायक, एसडीएम और कार्यसाधक अधिकारी के सामने सभी 23 पार्षदों को निकम्मा कह दिया। उन्होंने कहा कि शहर का जो बुरा हाल है, उसके लिए सभी 23 पार्षद और उनकी गुटबंदी ही जिम्मेदार है। इसके बाद कमलजीत खन्ना ने बैठक में ही “नगर कौंसिल पार्षद मुर्दाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए। उनके साथ सभी शहरवासी बैठक का बहिष्कार करके मीटिंग हॉल से बाहर चले गए। नगर कौंसिल की बैठक में विधायक सर्बजीत कौर मानूके ने प्रधान जितेंद्रपाल राणा के सवाल पर बताया कि कल से शहर में बड़े ट्रक चलाए जाएंगे। ये ट्रक शहर की गंदगी और कूड़े को उठाकर शहर को साफ-सुथरा बनाएंगे। सफाई कर्मचारियों के प्रधान अरुण गिल ने कहा कि वे मोहल्ले से कूड़ा निकालकर कौंसिल की जारी लिस्ट के अनुसार सेकेंडरी जगह पर लाएंगे। वहां से कूड़ा ट्रकों में भरा जाएगा। विधायक​​​​- अवैध कब्जे की लिस्ट पढ़ी
बैठक में महिला विधायक सर्वजीत कौर मानूके ने शहर में नगर कौंसिल की उन जमीनों की लिस्ट भी पढ़कर सुनाई, जिन पर शहरवासियों द्वारा अवैध कब्जे किए गए हैं। जब विधायक लिस्ट पढ़ रही थीं, तब नगर कौंसिल के प्रधान जितेंद्रपाल राणा ने बीच में उठकर कहा कि कार्यसाधक अधिकारी द्वारा यह लिस्ट बिल्कुल गलत बनाई गई है। लिस्ट में कार्यसाधक अधिकारी ने कई जगहों का जिक्र किया था। इनमें कुछ को आजादी से पहले के कब्जे वाला और कुछ को धार्मिक स्थलों पर कब्जे वाला बताकर न छुड़वाने की बातें पहले ही लिख दी गई थीं। बैठक बिना किसी ठोस नतीजे पर पहुंचे ही खत्म हो गई। सभी पार्षद एक-दूसरे पर आरोप लगाते और ऊंची आवाज में बात करते नजर आए। जगराओं नगर कौंसिल में सफाई व्यवस्था पर हुई बैठक में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। शहर के 23 वार्डों में 480 सफाईकर्मियों की आवश्यकता के विरुद्ध मात्र 90 कर्मचारी कार्यरत हैं। 2014 से अब तक शहर का क्षेत्रफल बढ़ने के बावजूद कर्मचारियों की संख्या घटी है।

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