‘जनता का प्रतिनिधि हूं फोन करना मेरा हक’:राजद MLA भाई वीरेंद्र बोले- कोई जातिसूचक शब्द नहीं कही, सरकार मुझे बदनाम कर रही

मनेर विधानसभा क्षेत्र में पंचायत सचिव संदीप भारती और विधायक भाई वीरेंद्र के बीच हुई कॉल की रिकॉर्डिंग की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही है। कल भाई वीरेंद्र ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए स्पष्टीकरण देकर खेद भी जताया था। जब इस पूरे मामले पर दैनिक भास्कर ने भाई वीरेंद्र से बात की तो उन्होंने पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप लगाए। भाई वीरेंद्र ने कहा कि हम कहीं भी दोषी नहीं है, पब्लिक के हम नुमाइंदे हैं। पब्लिक जहां रहेगी फोन करने के लिए हम करेंगे और हमने सही पैरवी किया। पंचायत सचिव ने मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए रिश्वत मांगा था। 7 दिन से ज्यादा हो गया, लेकिन वह मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनाया। कहा कि जब हम क्षेत्र में घूमते हैं तो पब्लिक ने अपनी परेशानी बताई तो हमने उन्हें फोन कर दिया। हमनें कोई भी जातिसूचक शब्द का नहीं किया इस्तेमाल आगे राजद विधायक बोले कि हम जनप्रतिनिधि हैं सचिव हो या चपरासी हो हमको तो फोन करना ही है। हमने तरीके से कहा कि मैं भाई वीरेंद्र बोल रहा हूं। तो वह ऊंचे आवाज में बोला कि बोलिए। फिर हम कहें कि तुमको प्रोटोकॉल का ज्ञान नहीं है। भाई वीरेंद्र एमएलए बोल रहे हैं। फिर उसने दोहराया कि हां बोलिए। वह जैसे बात कर रहा था हम तो वैसे बात भी नहीं कर रहे थे। हमको पता भी नहीं था कि वह कौन है क्या है और ना ही हमने कोई जाति सूचक शब्द कही। सचिव द्वारा SC-ST थाना में भाई वीरेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पर उन्होंने कहा कि हमने कहीं भी जाति सूचक शब्द नहीं बोला है। हम तो यह जानते भी नहीं थी कि वह किस जाति और बिरादरी का है। हमको बस काम से मतलब था और पता था कि वह पंचायत सचिव है। सरकार के लोग करना चाह रही बदनाम भाई वीरेंद्र ने आगे कहा कि इसमें निश्चित रूप से सरकार का लोग लगा हुआ है और हमसे बदला लेना चाहता है। जिस तरह से विधानसभा में हम लोगों ने एसआईआर के मामले और गुंडाराज के खिलाफ में बोला। हमने कहा कि सदन किसी के बाप का नहीं है पब्लिक का सदन है तो इन सब का भी खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। हम सभी स्थिति के लिए तैयार है पब्लिक ही मेरे लिए मालिक है और मालिक ने हमें भेजा है तो हम मालिक का सब काम करने के लिए तैयार है। हम अच्छा काम करते हैं तो अच्छा ही होगा। सचिव ने थाने में दर्ज कराई FIR तो कहा- भयभीत हूं राजद विधायक भाई वीरेन्द्र के खिलाफ पंचायत सचिव संदीप कुमार ने SC-ST थाने में FIR दर्ज कराई है। संदीप कुमार ने कहा कि ‘अगर प्रोटेक्शन की जरूरत पड़ेगी तो मैं BDO सर से मिलकर अपनी मांग रखूंगा। फिलहाल भयभीत हूं।’ भाई वीरेन्द्र ने रिंकु देवी के पोते के मृत्यु प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी लेने के लिए कॉल किया था। पहली बार मेरे मोबाइल नंबर पर कॉल आया तो मैं नहीं पहचान पाया। उनसे परिचय पूछ लिया। इसके बाद वो जूता से मारने की धमकी देने लगे। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर की फेरे में मत रहो यहां दूसरा कुछ भी हो सकता है। अब वह मुझे जान से मरवा देंगे या क्या करेंगे अब वो जाने। विधायक को देनी पड़ी सफाई RJD विधायक भाई वीरेंद्र ने मनेर के पंचायत सचिव संदीप भारती से हुई कहासुनी पर सोमवार को सफाई भी दी है। उन्होंने कहा,’मेरे विधानसभा क्षेत्र के एक पंचायत सचिव की ओर से मेरी एक रिकॉर्डेड कॉल को जानबूझकर सोशल मीडिया और वॉट्सऐप किया जा रहा है।’ ‘उस कॉल में मैंने कुछ कड़े शब्द जरूर कहे, जिसका मुझे खेद है, लेकिन यह बात भी सभी जान लें कि जब मैंने उसे फोन किया, वह न तो शिष्टाचार से पेश आया, न अभिवादन किया और न ही जनता के कार्य की गंभीरता से लिया।’

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