सतीश कपूर | अमृतसर 15 दिन से बंद सैप सिस्टम के चलते पावरकॉम को रोजाना करोड़ों का नुकसान हो रहा है। अब पावरकॉम का आईटी विभाग ओरेकल सॉफ्टवेयर के जरिए सिंगल बिलिंग सिस्टम की तैयारी में है। फिलहाल संगरूर और अमृतसर में पावरकॉम अधिकारियों-कर्मचारियों को नए सिस्टम में काम करने की ट्रेनिंग दिल्ली से आए कंपनी वाले दे रहे हैं। यह बिलिंग सिस्टम नए साल में शुरू होने की उम्मीद है। इस सिस्टम में सुविधा सेंटरों में सारा काम पेपर लैस हो जाएगा। पावरकॉम ने 2015 में सैप सिस्टम शुरू किया था जिसे सिर्फ शहरी इलाकों में चालू किया था। वहीं नया बिलिंग सिस्टम अब शहरी और रूलर दोनों में लागू होगा। नए सिस्टम के तहत लोगों को घर बैठे या फिर सुविधा सेंटर में जाकर ऑनलाइन फाइल भरवानी होगी। नया कनेक्शन लेने के लिए रजिस्ट्री, आधार कार्ड, 4 फोटो अपलोड करनी होगी। ऑनलाइन फाइल खुद रेवेन्यू अकाउंटेंट, एसडीओ से फिर जेई के पास जाएगी। इसमें पहले जो टाइम 3 से 4 दिन का लगता था वह कम हो कर एक दिन का रहेगा। वहीं जो दुकानदार और खोखे लगाकर नए कनेक्शन की फाइल भरने के बदले उपभोक्ता से 300 से 500 रुपए लेते थे उनका कामकाज ठप्प होगा। नए बिलिंग सिस्टम के तहत रेवेन्यू अकाउंटेंट के पास फाइल जाने के तुरंत बाद एसडीओ और फिर जेई के पास चली जाएगी। जेई मौका ए मुआयना करके मीटर लगाने या फिर न लगाने की इजाजत देगा और कारण भी लिखना होगा। जिसके बाद नया कनेक्शन लगेगा। इस सिस्टम में सैप की तुलना में काम जल्दी और पेपर लैस होगा। वहीं फैक्टरी समेत अन्य कॉमर्शियल कनेक्शन लेने को पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लगाना जरूरी होगा। वहीं, सुविधा सेंटर कर्मचारियों के मुताबिक, पहले सैप सिस्टम में नया कनेक्शन अप्लाई करके सीआरएम सिस्टम में जाकर देखना पड़ता था। परंतु अब सैप और सीआरएम की जगह बिलिंग सिस्टम में काम करना आसान होगा। इससे उपभोक्ता का समय भी बचेगा और बार-बार सुविधा सेंटर में चक्कर लगाने से राहत मिलेगी। वहीं सारा डाटा नए सॉफ्टवेयर में ट्रांसफर हो रहा है इसलिए सैप सिस्टम बंद पड़ा है। ^ओरेकल सॉफ्टवेयर द्व्रारा नए बिलिंग सिस्टम में काम जल्दी निपटेगा। फिलहाल नए सॉफ्टवेयर में काम करने की ट्रेनिंग अधिकारियों और कर्मचारियों को दी है। सारा काम पेपर लैस होने के साथ-साथ दुकानों में फार्म भरने वालों को पैसे नहीं देने पड़ेंगे। उपभोक्ता सुविधा सेंटर में कर्मचारी से ऑनलाइन फार्म भरवा सकेगा। -चीफ इंजी. सुखविंदर सिंह, आईटी पटियाला